आध्यात्म एवं धार्मिक पर्यटन को लेकर विश्व प्रसिद्ध है कसार देवी

अल्मोडा़ नगर से 7-8 किमी. पर अल्मोडा़ कफड़खान मार्ग पर एक ऊँची चोटी पर कसारदेवी का एक प्राचीन ऐतिहासिक शक्ति पीठ है। यहाँ पर एक शैलाश्रय भी है जिसमें गुहावासी आदिम मानवों के द्वारा नर्तयमुद्रारत मानवाकृतियों का आरेखन किया गया है। माना जाता है कि स्कन्द पुराण में उल्लेखित ‘काषाय पर्वत ‘ सम्भवतः यही स्थान है “कौशिकी शाल्मली तीरे पुण्यं काषाय पर्वतः ” (कौशिकी अर्थात कोशी, शाल्मली अर्थात सुयाल)। इस स्थान पर एक मंदिर स्थित है। कहा जाता है कि यह मंदिर दूसरी शताब्दी में बना। यह भी माना जाता है कि इस स्थान पर ‘माँ दुर्गा’ ने शुम्भ – निशुम्भ नाम के दो राक्षसों का वध करने के लिए “देवी कात्यायनी ” का रुप धारण किया था। इस कारणवश यहाँ देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है। इसके नीचे चट्टान पर छठीं शताब्दी का ब्राह्मी लिपि में एक प्राचीन लेख उत्कीर्ण है जिसमें कहा गया है कि बेतिला के पुत्र रुद्रक ने यहां पर भगवान रूद्रेश्वर की स्थापना की थी। दुनिया में तीन पर्यटक स्थल ऐसे हैं जहां कुदरत की खूबसूरती के साथ ही मानसिक शांति भी महसूस होती है। ये अद्वितीय और चुंबकीय शक्ति का केंद्र भी हैं।मंदिर की ‘असीम शक्ति ‘ से नासा के वैज्ञानिक भी हैरान हैं।
इनमें से एक भारत के उत्तराखंड में अल्मोड़ा स्थिति कसारदेवी शक्तिपीठ भारत एकमात्र व दुनिया का तीसरा ऐसा स्थान है जहां पर ऐसी चुंबकीय शक्ति विद्यमान है ।अब तक हुए अध्ययन में पाया गया है कि अल्मोड़ा स्थित कसारदेवी मंदिर और दक्षिण अमेरिका के पेरू स्थित माचू-पिच्चू व इंग्लैंड के स्टोन हेंग में अद्भुत समानताएं हैं।वैज्ञानिकों का कहना है कि कसार देवी मंदिर के आसपास का पूरा क्षेत्र वैन एलेन बैल्ट है। जहाँ धरती के भीतर विशाल भू-चुम्बकीय पिंड है। इस पिंड में विद्युतीय चार्ज कणों की परत होती है। जिसे रेडिएशन भी कह सकते हैं।

1960 और 1970 के दशक में हिप्पी आंदोलन के दौरान यह एक लोकप्रिय स्थान था। यह मंदिर डच संन्यासीयों का घर हुआ करता था। स्वामी विवेकानन्द जी 1890 में ध्यान के लिए कुछ महीनों के लिए इसी स्थान पर आए थे।यह स्थान चीड़,देवदार व बांझ के पेडो़ का घर है। यह अल्मोडा़ के दर्शन तो कराता ही है साथ ही साथ हिमाचल प्रदेश सीमा पर बंदरपंच शिखर से नेपाल में स्थित एपी हिमालय के दर्शन भी प्रदान करता है। यह स्थान कुदरत की खूबसूरती के साथ साथ मन की शांति भी प्रदान करता है। अनूठी मानसिक शांति मिलने के कारण देश विदेश से सैकड़ों पर्यटक यहाँ आते हैं।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *