तीन महीने से ज्यादा समय से स्कूलों के बंद होने पर छात्र छात्राओं की पढ़ाई पर प्रभाव पड़ रहा है। राज्य में इंटरनेट कनेक्टिविटी की दिक्कतों के चलते आँनलाइन पढाई भी सुचारु रूप से नहीं हो पा रही है। छात्र-छात्राओं की पढाई पर पड़ रहे असर को आंकने के बाद सरकार राज्य सुरक्षित तरीके से स्कूलों को खोलने के पक्ष में है। कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों के साथ नवीं से बारहवीं तक के छात्रों के लिए स्कूलों को खोलने का प्रस्ताव केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजा गया है।
शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया की कोरोना संक्रमण की वजह से शिक्षण संस्थान खुलने में देरी हो रही है। ऐसे में कक्षा नवीं से बारहवीं यानी बोर्ड परीक्षा से जुड़ी कक्षाओं के छात्र छात्राओं के लिए सुरक्षित शारीरिक दूरी के मानक के साथ शिक्षण संस्थान खोलने पर मंथन किया जा रहा है।केन्द्र को भेजे प्रस्ताव में इन कक्षाओं के संचालन के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय स्कूलों में अनिवार्य रुप से किए जाने की बात की गई है।हर दिन छात्र छात्राओं की थर्मल स्क्रिनिंग की जाएगी। मास्क पहनना अनिवार्य होगा साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करना होगा।