अल्मोड़ा कलेक्ट्रेट जो शाही सल्तनत का गवाह रहा है उसे धरोहर के रूप में संजोने और यहाॅ संग्रहालय बनाने की तैयारी चल रही है।माननीय जिलाधिकारी नितिन सिंह भदोरिया के अथक प्रयासों से यह कार्य शुरु होने जा रहा है। पर्यटन विकास परिषद, उत्तराखंड सरकार के दिशा निर्देशन में इसमें कुमांऊ सांस्कृतिक सेंटर एंव संग्रहालय विकसित किया जाएगा।
मल्ला महल की बात करें तो पत्थर और लकडियों से बने इस महल में इतिहास बहता है।राजा रुद्र चंद ने मल्ला महल की स्थापना कराई थी।इसके बाद यहां कई राजाओं ने राज किया। पहले जिलाधिकारी के तौर पर ई डब्ल्यू गार्डनर ने यहाॅ कुर्सी संभाली थी।आज भी यहाॅ की रियासतों का अकेला गवाह मल्ला महल है।
मल्ला महल में संग्रहालय बनाया जाएगा जिसमें कुमांऊ की संस्कृति की झलक दिखाई देगी। और कलेक्ट्रेट भवन नए बिल्डिंग में संचालित किया जाएगा जो विकास भवन के पास निर्माणाधीन है। मल्ला महल में संग्रहालय बनने से नई पीढ़ी और पर्यटकों को हमारे इतिहास से रुबरु होने का मौका मिलेगा।अल्मोड़ा कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी नितिन भदोरिया ने मल्ला महल में किये जाने वाले कार्यों की समीक्षा बैठक ली। इसमें कई बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में जिला अधिकारी ने कहा कि मल्ला महल को हैरिटेज रूप देते समय हमें यहां के कुमाऊॅनी संस्कृति की झलक प्रस्तुत करनी होगी। उन्होंने कहा कि किस स्थान को संरक्षित किया जाना है, इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि इसमें दी जाने वाली सुविधाओं का एक ब्रोसर भी तैयार किया जाय ताकि आने वाले पर्यटकों को यहां के अन्य पर्यटक स्थलों की भी जानकारी मिल सके।पार्किंग स्थलों का भी चयन करना होगा ताकि आने वाले पर्यटकों को यहां आने में किसी प्रकार की असुविधा न हो।साथ ही कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित राम मंदिर का भी सौन्दर्यकरण किया जाना है, जिसके लिये एक कार्य योजना बनाई जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि दी जाने वाली सुविधाओं का एक ब्रोसर भी तैयार किया जाए ताकि आने वाले पर्यटकों को यहां के अन्य पर्यटक स्थलों की भी जानकारी मिल सके।
