मंत्री पद से हटाये जाने के बाद रमेश मीणा ने अपना दुःख जाहिर किया है।उन्होंने कहा, ‘आज जानकारी मिली कि हमें मंत्री पद से हटा दिया गया है, हमने ऐसा कौन सा गुनाह किया।मेरा सार्वजनिक वितरण विभाग (पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन डिपार्टमेंट) सबसे अच्छे डिपार्टमेंट में से एक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रामविलास पासवान जो केंद्रीय मंत्री हैं, ने भी मेरे मंत्रालय के काम को सराहा है। राजस्थान में यह नंबर 1 विभाग रहा।इसका सिला यह मिला कि हमें मंत्री पद से हटा दिया गया। उन्होंने कहा, ‘हमारी नाराजगी थी हमने पार्टी के फोरम पर आवाज उठाई. 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद के दौरान दलितों पर जो केस दर्ज किए गए थे हमने उन्हें वापस लेने की मांग की लेकिन उन्हें कभी वापस नहीं लिया गया और यह आवाज उठाने के लिए हमारे खिलाफ इस तरह की कार्रवाई हुई है।’
बता दें की राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस ने मंगलवार को सख्त रुख अपनाते हुए सचिन पायलट और उनके दो विश्वस्तों को मंत्री पद से हटाने की घोषणा की है। सचिन पायलट, अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में उप मुख्यमंत्री थे। इसके साथ ही पायलट को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी बेदखल कर दिया गया है।सचिन पायलट ख़ेमे के रमेश मीणा ने मंत्री पद से बर्ख़ास्तगी के बाद जारी किया वीडियो बयान। कहा खाद्य आपूर्ति मंत्रालय ने इतना अच्छा काम किया कि राजस्थान में नंबर एक रहा। पीएम मोदी तक ने सराहा। हमारी तमाम शिकायतें पार्टी फ़ोरम पर सुनी नहीं गई और उल्टा हम पर कार्रवाई कर दी गई।