दिल्ली सरकार के अस्पतालों में कोविड-19 से होने वाली मौतों को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी में अस्पतालों को हालात से निपटने के लिए एडमिशन मैनेजमेंट, क्लीनिकल मैनेजमेंट, क्रिटिकल केयर और हॉस्पिटल मैनेजमेंट के तहत कदम उठाने को कहा है।
एडमिशन मैनेजमेंट – हॉस्पिटल में एडमिट करते वक्त सबसे ज्यादा प्रायोरिटी हाई रिस्क वाले लोग जैसे प्रेग्नेंट महिलाएं, बच्चे, वृद्ध, पुरानी गंभीर बीमारी वाले मरीजों को दी जाएगी। अस्पताल में डेडीकेटेड वेल ट्रेंड टीम 24 घंटे उपलब्ध होनी चाहिए जो मरीजों को बिना किसी देरी के सही ट्रीटमेंट जोन में पहुंचाए।
क्लीनिकल मैनेजमेंट – मरीजों के ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल की रियल टाइम मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। वार्डस में अर्ली वार्निंग स्कोर कार्ड भी जारी किए जा सकते है। जिससे कि एहतियात बरती जाए। ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल गिरते ही तुरंत कारवाई सुनिश्चित की जाए। कोविड केअर से जुड़े अस्पताल के सभी सभी हेल्थ कर्मियों को ओरियंटेशन ट्रेनिंग दी जाए। पुरानी गंभीर बीमारियों पर विशेष ध्यान दिया जाए। स्पेशलिस्ट और सीनियर रेजिडेंट नियमित अंतराल पर कोरोना मरीज़ों की क्लीनिकल कंडीशन की करीब से निगरानी करें। एम्स के एक्सपर्ट के साथ जरूरत पड़ने पर टेलीकंसल्टेशन की जा सकती है।
क्रिटिकल केअर – हर नाजुक मरीज के साथ 24 घंटे एक हेल्थ केयर वर्कर लगाया जा सकता है जिससे करीब से निगरानी हो सके। क्रिटिकल केअर के लिए डॉक्टर, नर्सिंग ऑफिसर और टेक्नीशियन को व्यक्तिगत ट्रेनिंग दी जाएगी। एक सिंगल कमांड और कंट्रोल स्ट्रक्चर बनाया जा सकता है जिससे अलग-अलग विभागों में कोआर्डिनेशन हो सके। ।