उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में बादल फटने से कई घर जमींदोज हो गए । पहाड़ से अचानक आए मलबे में कई घर दब गए। साथ ही पानी के तेज बहाव से कई लोगों के बहने की भी खबरें हैं। जानकारी के मुताबिक यहां तीन लोगों की मौत हो गई है और 9 लोग अभी भी लापता हैं। मौसम विभाग की मानें तो यहां अगले दो दिनों तक और भारी बारिश होने की संभावना है जो यहां के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
रविवार की रात हुई भारी बारिश के बाद यहां मुनस्यारी के टागा गांव और बंगापानी के गेला गांव मे बादल फटने से तबाही मच गई। कई घर देखते ही देखते जमींदोज हो गए। गेला गांव में 3 लोगों के घर के मलबे में दबने से मौके पर ही मौत हो गई और 3 अन्य व्यक्ति घायल हो गए। इसके अलावा टागा में 9 लोग लापता हैं और एक व्यक्ति के घायल होने की सूचना भी प्राप्त हुई है।
बादल फटने के बाद रास्ते के बह जाने से यहां के लोग गांव में ही फंस गए हैं। घटना के बाद राहत-बचाव कार्य टीम को घटनास्थल के लिए भेज दिया गया है।
इससे पहले शनिवार को भी उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश के बाद गोरी नदी के पानी में 4 घर बह गए। यहां बंगापानी सब डिवीजन के चौरी बागर गांव में शनिवार रात भारी बारिश से उफनाई गोरी नदी के पानी में चार मकान, कुछ मवेशी और खेती की जमीन बह गई। हालांकि लोगों को वहां से पहले ही बाहर निकाल लिया था।
प्रभावित परिवारों को मुआवजे के रूप में 1.19 लाख रुपये की धनराशि के अलावा 20 किलोग्राम राशन और अन्य जरूरी सामान भी दिया गया है। सीमावर्ती जिले के बंगापानी, मुनस्यारी और धारचूला के जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले सभी मुख्य मोटर मार्ग बारिश के कारण बंद हो गए हैं। तवाघाट से लिपुलेख सड़क भी मालवा आने से बंद है और जौलजीबी से मुनस्यारी और मुनस्यारी से थल तक के रास्तों में सड़कों पर मलबा आने के कारण बंद हैं।