भायंदर के गोराई में इंसानियत को तार-तार कर देने की घटना सामने आई है।गोराई में पिछले दिनों कोई केस नही था,एक व्यक्ति को हल्का बुखार,सर्दी खाँसी हुई तो वह चेक करवाने गया और उसे जबरदस्ती भर्ती करके उसे कोरोना संक्रमित बताया गया।फिर अचानक उसकी मृत्यु हो जाती है और पूरी बाॅडी पैक करके जलाने की तैयारी की जाती है मगर परिवार वालो के जिद्द करने पर जब बाॅडी को खोला जाता है तो शरीर के सारे अंग गायब मिलते है।
ये अभी महाराष्ट्र मे “मृत शरीर कैराना घोटाला”सामने आने से हाॅस्पिटल मे हडकंप मचा हुआ है,आखिर कितने लोगो के साथ ऐसा खिलवाड़ किया गया है ???
क्या डाक्टर जिन्हे भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है वो ऐसी राक्षसों जैसी हरकत पर उतर सकते है??
इस मामले की CBIजाँच की मांग लोग कर रहें हैं जिससे पता लग जाए की ऐसे तरीकों से कितने और मर्डर किए गए हैं। कोरोना काल मे जो मानव अंग की तस्करी कि जा रही है,ऐसे जघन्य अपराधी राक्षस दरिंदो को कडी सजा मिलनी चाहिए।