ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन पर विश्व भर के वैज्ञानिकों ने भरोसा जताया है। हालांकि वैज्ञानिकों के मुताबिक, अभी काफी कुछ किया जाना बाकी है। कोलकाता CSIR की वायरोलॉजिस्ट प्रो. उपासना राय ने कहा, एंटीबॉडीज और टी-सेल्स के उत्सर्जन से ये सिद्ध हुआ है कि लंबे समय तक सुरक्षित रहा जा सकता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यनुलोलॉजी दिल्ली के प्रो. सत्यजीत रथ ने कहा कि कोई गंभीर साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला ये सबसे बड़ी बात है। सिरदर्द और थकान के कुछ मामले थे जो पैरासिटामॉल या नॉर्मल सर्दी जुखाम की दवाई से ठीक हो सकता है।
ऑक्सफोर्ड के टीके का अगस्त के अंत तक भारत में परीक्षण शुरू हो जाएगा। इस टीके को बनाने में सीरम इंस्टीट्यूट की भी अहम भूमिका रही है। सीरम ने कहा कि अगर सब ठीक रहा तो अगस्त में 5,000 भारतीयों पर परीक्षण के बाद अगले साल जून तक टीका बाजार में उतार दिया जाएगा। इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि कंपनी वर्ष के अंत तक 30 करोड़ खुराक तैयार कर लेगी।