आज धर्म निरपेक्ष युवा मंच की तफर से पहाड़ी समाज को एकजुट होने का आवाहन किया गया। मंच के द्वारा कहा गया कि पहाड़ी समाज परंपरागत व ऐतिहासिक रूप से सह-अस्तित्ववादी समाज रहा है इसलिए इस परम्परा को निश्चित रूप से युवा पीढ़ी को आगे बढाने की नितान्त आवश्यकता है। पहाड़ी समाज संगठित होकर ही न केवल पहाड़ को बचा सकता है,बल्कि पहाड़ में रोजगार के अवसर भी बढाए जा सकते है।
इस विचार को आगे बढाने की आवश्यकता है जिसका सीधा सम्बंध पहाड़ को सामाजिक-आर्थिक रूप से खड़ा करने से है इसलिए धर्म निरपेक्ष युवा मंच द्वारा पहाड़ में चेतना जगाने का काम गांव गांव जाकर किया जा रहा है।
आज मंच के द्वारा इसी मुहिम में ग्राम सभा डोबा व ग्राम सभा जूड-कफून में अपने पहाड़ को आर्थिक एवं सामाजिक रुप से खड़ा करने व कोविड 19 से उत्पन्न आर्थिक तंगी के कारण बेरोजगारी की मार झेल रहे युवा भाइयों को रोजगार/स्वरोजगार से जोड़ने के लिए मंच द्वारा बैठक की गयी।
इस अवसर पर मंच द्वारा मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के द्वारा स्वरोजगार के लिए उपलब्ध विभिन्न योजनाओं और उनसे प्राप्त अवसरों पर विस्तार से चर्चा परिचर्चा की गयी। साथ ही आनलाईन माध्यम से युवा और जरुरतमंद साथियों को पंजीकरण व आवेदन करने का तरीका भी बताया गया।
इस मौके पर मंच के संयोजक विनय किरौला ने अपील करते हुए सभी साथियों से कहा कि यदि पहाड़ को बचाना है, तो संगठित हो जाओ। आज आपसी राग द्वेष से हमारे पहाड़ में सामाजिक सद्भावना खत्म होते जा रही है। आज हमें जरूरत है कि हम एक दूसरे के सहयोगी बने व परस्पर रोजगार हेतु सहभागिता सुनिश्चित करें। और शासन प्रशासन से अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए एकजुट होकर लड़ाई लड़ें।
डोबा व जूड़ में हुए इस कार्यक्रम में युवा ग्राम प्रधान डोबा गोपाल तिवारी, ग्राम प्रधान जूड़ भगवन्त बिष्ट, क्षेत्र पंचायत सदस्य गोपाल गुरुरानी, ग्राम प्रधान हवालबाग अमित साह, महेंद्र बिष्ट, सौरभ कुमार, पूरन बिष्ट, योगेश तिवारी, पीयूष तिवारी, बच्चन लटवाल, महिला मंगल दल अध्यक्ष प्रेमा देवी अमित चौधरी, सुन्दर लटवाल, पवन मुस्युनी, विनोद मुस्यूनी, मयंक पंत, मनीष भाकुनी समेत सभी ग्राम सभा डोबा व ग्राम सभा जूड़ के ग्रामवासी उपस्थित थे।