आज उत्तराखण्ड क्रांति दल की अल्मोड़ा इकाई द्वारा 25 जुलाई को डाल का 41वाँ स्थापना दिवस उल्लास के साथ जय श्री कॉलेज के सभागार मे मनाया गया उपस्थित कार्यकर्ताओ को सम्बोधित करते हुए दल के केन्द्रीय उपाध्यक्ष ब्रहमानंद डालाकोटी ने कहा कि यूं तो उत्तर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र को पृथक प्रशासनिक इकाई बनाने की मांग आजादी के पहले से ही होती रही आजादी के बाद विभिन्न दलों के लोग विभिन्न मंचो से पर्वतीय क्षेत्र की उपेक्षा का मुद्दा उठाते रहे और पर्वतीय क्षेत्र को पृथक राज्य बनाये जाने की मांग करते रहे चुनावी व दलगत हितों के चलते यह मांग जोर नही पकड़ पाई, इसलिये उत्तराखण्ड राज्य के लिए गम्भीर सोच रखने वाले बुद्धिजीवियों ने 24-25 जुलाई 1979 को मंसूरी मे एक सम्मेलन का आयोजन किया और दो दिन चले गहन विचार विमर्श के बाद राज्य के लिए निरन्तर संघर्ष करने वाले संगठन की आवश्यकता को महसूस करते हुए उत्तराखण्ड के बुद्धिजीवियों ने एक राजनैतिक दल के गठन का निर्णय लिया विचारोपरान्त अमर शहीद श्रीदेव सुमन की पूण्य तिथि पर उत्तराखण्ड क्रांति दल का गठन महान वैज्ञानिक कुँमाऊ विश्वविद्यायल के पूर्व कुलपति डॉ0 डी0डी0 पन्त जी की अध्यक्षता में किया गया। दल ने लगातार सड़क से लेकर सदन तक राज्य के लिए संघर्ष किया परिणामस्वरूप 9 नवम्बर 2000 को उत्तराखण्ड राज्य बना उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद भी दल की भावनाओं के अनुरूप राज्य का विकास न हो पाने की कसक लिए उक्रांद कार्यकर्ता उत्तराखण्ड के सर्वांगीण विकास हेतु संघर्षरत है। अमर शहीद श्रीदेव सुमन की शहादत को याद करते हुए उनसे प्रेरणा लेकर उत्तराखण्ड के विकास हेतु संघर्ष करने का आहवान डालाकोटी द्वारा किया गया। अमर शहीद श्रीदेव सुमन को याद करते हुए जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने कहा कि जिस प्रकार टिहरी रियासत के अत्याचारो से टिहरी की जनता को बचाने के लिए श्रीदेव सुमन ने जीवन का बलिदान कर दिया उसी प्रकार उक्रांद कार्यकर्ताओ ने भी अपना बलिदान देकर ये राज्य प्राप्त किया है और इसको बचाने के लिए भी उक्रांद कार्यकर्ता हर बलिदान देने को तैयार है। इस अवसर पर उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने श्रीदेव सुमन के चित्र पर फूलमाला एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि भी अर्पित की। श्रद्धांजलि देने वालों में केन्द्रीय उपाध्यक्ष ब्रहमानंद डालाकोटी, जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला, गोपाल मेहता, दिनेश जोशी, मुकेश सिंह, उदय महरा, सोनू बिष्ट, गगन पन्त, चम्पा कनवाल, रश्मि देवड़ी, चन्द्रा मटियानी आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।