वीर सपूतों की धरती झुंझुनूं का एक और बेटा भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद हो गया।16 ग्रेनिडियर में कार्यरत मोहसिन खान राजस्थान के झुंझुनूं जिले के गांव कोलिंडा के रहने वाले थे। मोहसिन खान जम्मू कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में अपनी ड्यूटी करते समय पाकिस्तान की ओर से हुई सीज फायर के उल्लंघन के बाद मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हो गए। उन्हें कल ईद के दिन अंतिम विदाई दी गई।
पेट्रोलिंग के दौरान शहीद जवान के छाती में गोली लगी थी। शनिवार शाम को शहीद मोहसिन खान की पार्थिव देह गांव कोलिंडा पहुंची थी। बेटे को तिरंगे में लिपटा देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिजनों ने बताया कि मोहसिन खान की हाल ही गांव कोलाली निवासी युवती से सगाई तय की गई थी। एक माह के अवकाश के बाद महीनेभर पहले ही वह ड्यूटी पर लौटे थे।
चार भाई बहनों में सबसे छोटे थे मोहसिन। शहीद के पिता सरवर अली खान भी सेना के सूबेदार के पद से सेवानिवृत हुए थे। वही उनके परिवार में 12 सदस्यो में से चाचा और ताऊ भी सेना में अपनी सेवाए दे चुके है। वही उनका भाई सेना में जॉइनिंग के इंतजार में है, लेकिन कोरोना के चलते उनकी जॉइनिंग नहीं हुई है। शहीद मोहसिन ने सितम्बर 2017 में जबलपुर में सेन की ट्रेनिंग की थी। फिर पठान कोट में ड्यूटी करने के बाद वर्तमान में जम्मू कश्मीर के नौशेरा में तैनात थे।
शहीद मोहसिन की पार्थिव देह शनिवार शाम को कोलिण्डा गांव उनके निवास पर पहुंचा जहां सेना की टुकड़ी द्वारा गार्ड आफ आनर दिया गया। काफी संख्या में युवाओं ने देशभक्ति के नारे लगाए और भारत माता के जयकारो के साथ कब्रिस्तान पहुंचने के पश्चात शहीद को सलामी दी। सांसद नरेन्द्र खीचड़, सेना के जवानो ने पुष्प चक्र अर्पित किये। तिरंगे झंडे को शहीद के पिता सूबेदार सरवर अली खान को सौपा गया। कब्रिस्तान में नमाज अदा कर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद की पार्थिव देह को सुपुर्द ए खाक किया गया