अपने दोस्तों के घर गए रिटायर्ड सूबेदार मेजर के बेटे की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक सुबह बेटे के दोस्त उसे बेसुध हालत में ऑटो से लाकर घर छोड़ गए जिसके बाद अस्पताल ले जाने पर युवक ने दम तोड़ दिया। पिता ने मुखानी थाने में दोस्तों के खिलाफ तहरीर देकर बेटे के साथ अनहोनी होने की आशंका जताते हुए कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद बेटे का शव परिजनों को सौंप दिया है। मामले की जांच की जा रही है। लामाचौड़ स्थित कुरियागांव निवासी सूबेदार मेजर पीसी भट्ट ने बताया कि उनके बेटे प्रियांशु भट्ट (22) को रविवार सुबह करीब 11 बजे अपने एक दोस्त के यहां गया था। शाम छह बजे उसका फोन आया कि वह रात को अपने दोस्तों के साथ ही ठहरेगा। मगर सोमवार सुबह प्रियांशु के दोस्त उसे बेसुध हालत में एक आॅटो से लाकर घर छोड़ गए। उसके मुंह से झाग निकलता देखकर परिजन उसे आनन-फानन में बेस अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत करार दिया। प्रियांशु की बड़ी बहन नेहा जोशी की ससुराल हल्द्वानी में ही नवाबी रोड पर है। नेहा इकलौते भाई प्रियांशु को राखी बांधने के लिए रविवार शाम ही घर पहुंच गई थी। वह राखी बांधने को सुबह से भाई के आने का इंतजार कर रही थी। घंटों के इंतजार के बाद भाई को बेसुध हालत में देखकर वह बदहवास हो गई। बेस अस्पताल में डॉक्टरों ने इकलौते भाई को मृत करार दिया तो नेहा पर मानो दुःख का पहाड़ टूट गया। पूरी रात राखी बांधने को भाई का इंतजार कर रही नेहा को क्या पता था कि रक्षा बंधन के दिन ही उसका इकलौते भाई से जिंदगी भर का साथ छूट जाएगा।
सूबेदार मेजर पीसी भट्ट मूल रूप से पिथौरागढ़ के कमलापति भवन निवासी हैं। वह कुरियागांव लामाचौड़ में घर बनाकर पत्नी पार्वती और इकलौते पुत्र प्रियांशु के साथ रह रहे थे। प्रियांशु इंटर के बाद आगे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था।