कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते देश में कई करोड़ लोगों की नौकरी चली गई है। साथ ही लाखों लोग कम सैलरी पर काम करने को मजबूर हैं। एक ओर बेरोजगारों को जहां नौकरी नहीं मिल रही, वहीं रेलवे अपने 50 फीसदी सफाई कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रहा है। दरअसल, भारतीय रेलवे ट्रेनों के संचालन न होने की वजह से रेलवे स्टेशनों पर कार्यरत 50 फीसदी सफाई कर्मचारियों को निकालने की बात कर रहा है। सफाई कर्मचारियों ने रेलवे के इस फैसले से नाराज होकर बरेली जंक्शन पर जमकर हंगामा किया।
कोरोना काल में स्टेशन की तो सफाई हो रही है लेकिन ट्रेनें बंद होने के कारण ट्रैनों की सफाई का कार्य नहीं हो रहा है। इस कारण रेल बोर्ड ने यह निर्णय लिया है कि 50 फीसदी कर्मचारी ही कार्य करेंगे। आदेश आने पर प्राइवेट एजेंसी ने कर्मचारियों को जानकारी दी तो सभी सफाई कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने हंगामा करना शुरु कर दिया। किंग एजेंसी के मैनेजर आशीष राय का कहना है कि बोर्ड के आदेशों का पालन कराया जाएगा। बोर्ड से मिले निर्देश के अनुसार सफाई कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे।
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि सभी कर्मचारियों के रखे जाने पर ही वह काम करेंगे।अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह भी काम बंद कर देंगे। बता दें कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए देशभर में 22 मार्च से लॉकडाउन लगाया गया था, जो एक के बाद एक तीन बार बढ़ाया गया। उसके बाद एक जून से कुछ रियायतें दी गई और अनलॉक-1 शुरु किया गया। उसके बाद भी देशभर में अभी स्पेशल ट्रेनों को छोड़कर सभी ट्रेनों का संचालन ठप है। साथ ही स्कूल-कॉलेज और सिनेमा हॉल बंद पड़े हैं। ऐसे में यहां काम करने वाले ज्यादातर कर्मचारियों को या तो कंपनी ने निकाल दिया है या फिर उन्हें आधी सैलरी दी जा रही है। जिसके चलते देशभर में बेरोजगारी की दर लगातार बढ़ रह रही है।