भारत ने नफरत और अश्लीलता फैलाने वाली 500 वेबसाइटों को किया बैन

रिपोर्ट – आरती बिष्ट
दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने अश्लीलता और नफरत परोसने वाली लगभग 500 वैबसाइट्स को बंद करा दिया है। गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम प्रीवेंशन अगेंस्ट वूमन एंड चिल्ड्रन (सीसीपीडब्लूसी) और साइबर सेल को मिली शिकायतों के आधार पर करवाई करते हुए पिछले 18 महीनों में लगभग 50 साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया दिया गया है।
गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाली दिल्ली पुलिस साइबर सेल के सूत्रों के अनुसार अभी और कई वेबसाइटों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
इनमें कई सोशल मीडिया पोस्ट के यूआरएल भी शामिल हैं। इन्हें अन्य देशों के प्रतिबंधित संगठनों द्वारा चलाया जा रहा है।
ये प्रतिबंधित संगठन स्थानीय स्लीपर सेल की मदद से सोशल मीडिया पर हजारों की तादाद में ऐसे अकाउंट बना चुके हैं, जिनके जरिये आपत्तिजनक, राष्ट्रविरोधी और समाज में विद्वेष को बढ़ावा देने वाली सामग्री परोसी जाती है. साइबर सेल की ओर से ऐसे एकाउंट की पहचान कर उन्हें बंद कराने की कार्रवाई की जा रही है।
साइबर सेल के डीसीपी अनेश रॉय के अनुसार आपत्तिजनक सोशल नेटवर्किंग साइट्स बंद कराने के लिए कुछ दिनों के अंतराल पर संबंधित सोशल नेटवर्क के संचालकों के साथ मिलकर कार्रवाई की जाती है। यह एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है और इसके लिए साइबर सेल को हमेशा सोशल मीडिया पर नजर बनाए रखनी होती है।
पिछले 18 महीनों के दौरान इस तरह के 500 से अधिक यूआरएल बैन कराए गए हैं. इससे संबंधित लगभग 50 आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई भी की गई है. हालांकि इन मामलों आरोपियों की गिरफ्तारी और आगे की कानूनी कार्रवाई पूरी तरह शिकायतकर्ता पर निर्भर करती है।