यात्रियों को ठसाठस भरकर दोगुना किराया लेकर दौड़ रही है बसें

रिपोर्ट – आरती बिष्ट

कोरोना काल के कारण परिवहन व्यवसाय को पटरी पर लाने को सरकार ने बस, टैक्सी, विक्रम, ऑटो का किराया दोगुना तो कर दिया, मगर यह जांचने की जहमत नहीं उठाई कि इनमें यात्रियों के बीच शारीरिक दूरी का पालन हो भी रहा है या नहीं। हालात ये हैं कि प्रदेश में कोई भी व्यावसायिक वाहन दोगुना किराया लेकर भी 50 फीसद यात्री क्षमता के नियम का अनुपालन नहीं कर रहा। आरटीओ और एआरटीओ कार्रवाई के बजाए मुंह फेरे बैठे रहे तो यात्रियों ने इसकी शिकायत परिवहन मुख्यालय में की। परिवहन उपायुक्त सुधांशु गर्ग ने इसका संज्ञान लेकर सभी आरटीओ व एआरटीओ को शारीरिक दूरी का पालन न करने वाले वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
सरकार के दोगुना किराया और 50 फीसद यात्रियों के साथ बस संचालन के आदेश का सबसे ज्यादा विरोध देहरादून-विकासनगर-डाकपत्थर बस यूनियन ने किया था। अपनी बसें तक नहीं चलाई। अब यूनियन ने संचालन तो शुरू कर दिया, मगर सबसे ज्यादा नियम भी इनकी बसें तोड़ रहीं। इनमें दोगुने से भी अधिक किराया वसूलने की शिकायतें मिली हैं। सभी सीटों पर यात्रियों को बैठाया जा रहा है। यहां तक की बोनट पर भी बैठकर यात्री सफर कर रहे हैं। परिवहन उपायुक्त गर्ग ने देहरादून के एआरटीओ प्रवर्तन को इनके विरुद्ध विशेष चेकिंग अभियान चलाने का आदेश दिया है।