अस्थायी राजधानी देहरादून मे भू- माफिया द्वारा जीवित व्यक्ति को मरा हुआ साबित करने की घटना का मामला सामने आया है । भू -माफिया के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं कि जीवित व्यक्ति के जिन्दा होने के बावजूद उसे मरा हुआ घोषित कर उसकी जमीन को हथियाने की कोशिश कर रहे हैं ।ऐसी ही एक केस का पुलिस ने मंगलवार को पर्दाफाश किया। ये आरोपी इतने शातिर थे कि इन्होंने ज़मीन हड़पने के लिए ज़मीन के मालिक का फ़र्ज़ी मृत्यु प्रमाण पत्र तक बना दिया था और ज़मीन का सौदा करने के लिए फ़र्ज़ी आधार कार्ड और फ़र्ज़ी पैन कार्ड बना रखा था।
देहरादून के रायपुर थाना क्षेत्र में दिलीप सिंह चौहान नाम के व्यक्ति को मृत बताकर एक भू माफिया उसकी 600 ग़ज़ ज़मीन कौड़ियों के भाव बेचने की कोशिश कर रहा था।आखिरी क्षण में चौहान को पता लग गया कि कुछ लोग उसकी ज़मीन की रजिस्ट्री करवाने जा रहे हैं, सुनते ही उसके पैरों तले ज़मीन सरक गई। यह मामला भी तब खुला मामला तब प्रकाश में आया जब ज़मीन के खरीदारी करने वाले खुद मालिक के पास पहुंच गए।
इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जुलाई में जब पूरी तरह लॉकडाउन था तब तहसील में उस बदमाश के नाम पेपर्स ट्रांस्फ़र किए गए। पीड़ित दिलीप सिंह चौहान का कहना है कि इन भूमाफियों के साथ तहसील में कोई अधिकारी या कर्मचारी भी शामिल है तभी यह ऐसी वारदात को अंजाम दे पाए।
इस मामले की शिकायत मिलते ही रायपुर पुलिस हरकत में आ गई और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।दोनों आरोपी रोहन त्यागी और सतीश त्यागी दिली के रहने वाले हैं और आरोपियों ने ज़मीन का सौदा 51 लाख रुपये में कर दिया था।इसके एवज में 10 लाख रुपये एडवांस के रूप में भी ले लिए थे।
आरोपियों ने रोहन त्यागी को पीड़ित दिलीप सिंह चौहान का बेटा बताते हुए उसके फ़र्ज़ी दस्तावेज़ बना दिए थे।उन्होंने चौहान का नकली मृत्यु प्रमाण पत्र भी तैयार कर लिया था।इस मामले में एसओ रायपुर अमरजीत सिंह का कहना है दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और और फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है।