अल्मोडा की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के सम्बन्ध में आज बिट्टू कर्नाटक द्वारा 1 दिवसीय उपवास किया गया तथा स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों के साथ जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया गया। उन्होंने ज्ञापन में लिखा कि अल्मोडा की स्वास्थ्य व्यवस्था अव्यस्थित है। चिकित्सालयों में पर्याप्त उपकरण नहीं हैं तथा चिकित्सकों के पद रिक्त हैं जिसके फलस्वरूप कई व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं की मृत्यु तक हो चुकी है। परिणामस्वरूप लम्बे समय से स्थानीय नागरिक व जनप्रतिनिधि धरने पर बैठे हुये हैं, किन्तु विभाग एवं सरकार द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की मांग को लेकर मेरे द्वारा कई बार धरने, प्रर्दशन पूर्व में भी किये गये हैं किन्तु स्थिति जस की तस बनी हुई है। जिला मुख्यालय में स्थित सरकारी अस्पतालों समेत ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में विषेशज्ञ चिकित्सकों का अभाव बना हुआ है, मरीजों के परीक्षण हेतु उपकरण भी नहीं हैं। मरीजों को उपचार के लिये मैदानी क्षेत्रों में स्थिति सरकारी तथा प्राईवेट चिकित्सालय में ही जाना पडता है। कई बार उपचार के अभाव में आधे रास्ते में ही मरीज दम तोड देते हैं। वर्तमान में यही स्थिति कटारमल स्थित महिला की हुई जिसे पर्याप्त चिकित्सा सुविधा न मिल पाने के कारण अस्पताल के बाहर ही दम तोडना पडा, न जाने ऐसे कितने परिवारों के साथ हादसे हो चुके हैं। किन्तु विभाग/सरकार इस सम्बन्ध में मौन है तथा कोई भी ठोस निर्णय लेकर पर्वतीय जनपद अल्मोडा की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त करने की नहीं सोच रहा है। परिणामस्वरूप बाध्य होकर मुझे स्थानीय सम्मानित नागरिकों एवं युवाओं के साथ दिनांक 3.09.2020 को एक दिवसीय उपवास अल्मोडा की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के लिये करना पड रहा है।
उन्होंने आगे मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए लिखा है कि भविष्य में ऐसे हादसे न हों और लोगों को अपनी जिन्दगी से हाथ न धोना पडे इस सम्बन्ध में आप ठोस निर्णय लेते हुये बदहाल चिकित्सा व्यवस्था को ठीक करने एवं दिनांक 20.08.2020 को मृतक आशा देवी निवासी कटारल के पीडित परिवार को न्याय दिलाने के लिये स्वंय व्यक्तिगत रूचि लेकर विभाग के उच्चाधिकारियों को निर्देषित करने की कृपा करेंगे तथा सम्बन्धित चिकित्सकों, प्राईवेट चिकित्सालयों की लापरवाही के लिये उन्हें दण्डित करने का भी कष्ट करेंगे।