उत्तराखंड- कबाड़ से चीजें इकट्ठा कर किसान के बेटे ने बनाया रूम हीटर, जिसकी कीमत है महज 200 रूपये

चित्र दैनिक जागरण के साभार से प्राप्त हुआ है।
रिपोर्ट – आरती बिष्ट
कोरोना काल में स्कूल, कॉलेज बंद होने से विद्यार्थी अपने-अपने घर पर ही हैं। ऑनलाइन पढ़ाई के साथ साथ वे अपनी प्रतिभा भी निखार रहे हैं। ठीक इसी तरह नैनीताल जिले के धारी ब्लॉक के सरना गांव में रहने वाले किसान के बेटे ने भी किया है। कक्षा नौ में पढ़ने वाले महज 14 साल के भास्कर पौडियाल ने एक हफ्ते में घर के कबाड़ में पड़ी चीजों से 200 वॉट का रूम हीटर बना दिया। अब वो अपनी इस प्रतिभा को और आगे ले जाना चाहता है। जिसके लिए उसने अपने नए प्रोजेक्ट ‘वैक्यूम क्लीनर’ पर काम शुरू कर दिया है।
भास्कर ने अपने घर के जिस वेस्ट मटीरियल से रूम हीटर बनाया है उसकी लागत महज 200 रुपये है।
भस्कर का कहना है कि दुनिया में कोई भी चीज वेस्ट नहीं। जरूरत है उसका सदुपयोग करने की। वह अपने रूम हीटर को अधिक टिकाऊ और मजबूत बनाना चाहता है।
किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले भास्कर ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान समय के सदुपयोग का इससे अच्छा तरीका शायद ही और कुछ हो सकता था। बाजार बंद थी ऐसे में घर के ही सामान का उपयोग करना था। बिजली का काम था तो पिता तेज प्रकाश ने कई बार फटकार भी लगाई। खुद भास्कर को भी डर लगता। लेकिन डर को दरकिनार कर उसने रूम हीटर बना ही दिया।
भास्कर ने रूट हीटर बनाने के लिए गत्ता, 100 वाट के दो बल्ब, एक डीसी मोटर, छोटा पंखा, दो मीटर तार, विद्युत रोधी टेप, दो होल्डर, दो स्विच का इस्तेमाल किया है। उसका कहना है कि इसे प्लास्टिक टीन के फ्रेम अधिक टिकाऊ बनाया जा सकता है।
भास्कर की इस मेहनत के पीछे स्कूल राजकीय इंटर कॉलेज गुनियालेख के विज्ञान शिक्षक राजेश बोरा और प्रधानाचार्य गौरी शंकर कांडपाल का भी दिमाग चला। दोनों ने उसका हौसला बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनका कहना है कि भास्कर स्कूल को होनहार छात्र है। वह व्यावहारिक ज्ञान के साथ प्रयोग करने में भी यकीन रखता है।