टाटा ग्रुप को नया संसद (New Parliament Building) बनाने का ठेका मिल गया। टाटा को यह ठेका 861.9 करोड़ रुपए में मिला है। दरअसल संसद बनाने के लिए मिलने वाले ठेके की रेस 7 कंपनियों ने बोली लगाई थी। इन कंपनियों में टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड, लार्सन एंड टूब्रो लिमिटेड, आईटीडी सीमेंटेशन इंडिया लिमिटेड, एनसीसी लिमिटेड, शपूरजी पलोनजी एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड और पीएसपी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड शामिल थी। लेकिन संसद बनाने की बोली टाटा प्रोजेक्ट्स को मिली है।
देश की नई संसद बिल्डिंग से जुड़ी नई के बारे में कल ही नई जानकारी सामने आई थी. जिसमें पता चला था कि शीर्ष पर पहले जहां कुछ मीनारों की आकृति बनने की बात थी वहां अब देश का गौरव यानी राष्ट्रीय चिन्ह (अशोक स्तम्भ) दिखेगा।
नई संसद बिल्डिंग का काम इस मानसून सत्र के बाद शुरू हो सकता है। बता दें कि मौजूदा संसद के सामने ही नई संसद का निर्माण होगा।
नई संसद भवन के निर्माण कार्य 21 महीने में पूरा होने का अनुमान जताया गया है। अनुमान लगाया गया था कि इसपर 889 करोड़ का खर्च आएगा।
लेकिन टाटा प्रोजेक्ट ने इस कॉन्ट्रैक्ट को 862 करोड़ में जीत लिया है। मतलब नए संसद भवन पर 862 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इस प्रोजेक्ट को सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत बनाया जाएगा।