अल्मोड़ा विश्वविद्यालय ने की पर्यावरण सेवा सप्ताह की शुरुआत, कुलपति प्रो. एन. एस. भंडारी ने किया उद्घाटन

डॉ. ललित जोशी
हमें अपने आसपास साफ-सफाई रखकर प्रकृति और पर्यावरण को बचाने का हरसंभव प्रयास करना चाहिए। प्रकृति हैं तो हम हैं, और प्रकृति नहीं,तो कोई भी नहीं। हमें अपने आसपास स्वच्छ्ता को बरकरार रखना पड़ेगा। यह बात सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भंडारी ने श्रमदान करते हुए कही। पर्यावरण की स्वच्छता को दृष्टिगत रखते हुए आज सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा द्वारा पर्यावरण सेवा सप्ताह रूप में शुरुआत हो चुकी है। पर्यावरण सेवा सप्ताह का माननीय कुलपति प्रो .एन.एस भंडारी सर ने उदघाटन किया। इस अभियान के तहत कँटीली झाड़ियों, बिच्छु घास, पॉलिथीन उन्मूलन किया गया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.विपिन जोशी, योग के विभागाध्यक्ष डॉ नवीन भट्ट, ले.कर्नल (डॉ) देवेंद्र सिंह बिष्ट, एन एस एस की प्रभारी डॉ.ममता असवाल, डॉ तेजपाल सिंह, डॉ ललित जोशी, श्री विनीत कांडपाल, श्री आलोक वर्मा,  विश्वविद्यालय के कर्मचारी ईश्वर बिष्ट, विनीत काण्डपाल, आलोक वर्मा, रवि अधिकारी, गोविंद मेर, राकेश साह, सोनु,दीपक कैडा, राकेश साह, गोविन्द सिंह, विक्की पोखरिया, दीपक सिंह, आशीष नयाल, सचिन कनवाल, प्रदीप मोरारी, रमेश बहुगुणा, प्रदीप कुमार, राहुल बिष्ट, निशा बिरोडिया, ललित रौतेला, कविता गोस्वामी, पंकज सिंह, निकिता राना, कविता बोरा के साथ 77 यूके बटालियन के सीनियर अंडर ऑफिसर दीपक सिंह कैडा के नेतृत्व में एनसीसी के कैडेट्स,  राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवी, योग के विद्यार्थी और अल्मोड़ा विश्वविद्यालय कार्यालय के कर्मियों ने बिच्छु घास, झाड़ियां आदि काटकर पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए श्रमदान किया।