भारत साइंस और टेक्नोलॉजी की दुनिया में चीन को पीछे छोड़ रहा हैं। भारत की इस बढ़ती ताकत से ड्रैगन को सबसे ज्यादा टेंशन हैं। चीन और उसकी मीडिया में भारत की इस बढ़ती ताकत का चर्चा प्रति दिन हो रही हैं।
एक रिपोट की मानें तो डिफेंस रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के साइंटिस्ट्स ने हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी विकसित कर ली है। इसके साथ हीं भारत अमेरिका और रूस के बराबर खड़ा हो गया हैं। भारत के इस कदम से चीन की बेचैनी बढ़ती जा रही हैं।
दरअसल हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी विकसित कर लेने के बाद भारत मिसाइल ताकत की दुनिया में अमेरिका और रूस को टक्कर देने लगा है। आपको बता दें की इस हाइपरसोनिक टेक्नॉलजी के आधार पर भारत अगले पांच साल में पहली हाइपरसोनिक मिसाइल बना सकता है और अपने दुश्मनों को चंद मिनटों में बर्बाद कर सकता हैं।