शिलापट से छात्रसंघ का नाम मिटाने को लेकर चल रहा विवाद अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ समय पहले एनएसयूआई कार्यकर्ताओं द्वारा शिलापट से छात्रसंघ पदाधिकारियों के नाम मिटा दिए गए थे जिसके बाद आज अब फिर से समिति के आदेश के बाद छात्रसंघ का नाम शिलापट पर फिर से लिख दिया गया है।
समिति के सदस्य डीपी यादव द्वारा बताया गया कि शिलापट पर छात्रसंघ का जो नाम मिटाया गया था उसका शिकायत पत्र हमको छात्रसंघ द्वारा दिया गया उस पर हमने जिनके ऊपर शिकायत थी उनको नोटिस भेजा। नोटिस के जवाब के बाद आज एक बैठक आयोजित की गई। जिसके अंदर प्रोकटर डॉ ए के यादव, DSW प्रो जया उप्रेती, प्रोक्टर बोर्ड के सदस्य डीपी यादव, DSW बोर्ड के सदस्य डॉ अरशद हुसैन की दोनों पक्षों के साथ बैठक हुई जो की गणित सभागार में 12 बजे शुरू हुई थी जिसमें दोनों पक्षों से इसमें आपसी सहमति से बातचीत कर निस्तारण के ले बात हो रही थी, परन्तु 1 घंटा 30 मिनट की बैठक के बाद भी इनका निस्तारण नहीं हो सका। क्युकी जिन पर शिकायत हुई थी उस पक्ष ने कहा कि जब तक लिंग दोह कमेटी या छात्रसंघ के बारे में कोई फैसला नहीं आ जाता तब तक हम इस पर समझौता नहीं चाहते हैं। समिति के सदस्यों द्वारा यह कहा गया कि जो भी फैसला है छात्रसंघ के ऊपर वो कुलपति कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल द्वारा लिया जाएगा जो कि कुमाऊं विश्वविद्यालय के समस्त डिग्री कालेज और परिसरों के लिए लागू होगा। जिसके बाद इस समिति द्वारा सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया कि उनके अनुसार प्रशासन में अभी भी छात्रसंघ 2019-20 है, इसलिए उसका नाम बोर्ड में होगा व लिखा जाएगा। और छात्रसंघ ने कहा कि जो इन्होंने हमारा शिलापट पोता था उस पर क्या कार्यवाही होगी उस पर यह निर्णय लिया गया है कि इस बैठक कि पूरी जानकारी, पूरे पत्र (जो भी शिकायतकर्ता ने दिया है और जो नोटिस का जवाब दिया गया है वह) डायरेक्टर एसएसजे परिसर अल्मोड़ा को दिया जाएगा और उस पर विश्वविद्यालय नियमानुसार जो भी कार्यवाही है वह निर्धारित की जाएगी।
छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती ने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नही।
छात्रा उपाध्यक्ष मेघा डसीला ने कहा कि परिसर प्रशासन द्वारा शीघ्र समिति का गठन कर, निषपक्ष रूप से जो निर्णय लिया गया है, उसके लिए समस्त छात्रसंघ परिसर प्रशासन का इस उम्मीद के साथ धन्यवाद अदा करती है कि आगे भी परिसर में इस प्रकार की अभद्रता के खिलाफ निष्पक्ष कार्यवाही होगी।
छात्रसंघ महासचिव नवीन कनवाल द्वारा कहा गया कि आज असत्य पर सत्य की जीत हुई है और वह समिति के सभी सदस्यों का धन्यवाद अदा करते हैैं की उन्होंने फिर से छात्रसंघ का नाम शिलापट पर लिखने का आदेश दिया।
बैठक में छात्रसंघ का पक्ष छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती, महासचिव नवीन कनवाल और छात्रा उपाध्यक्षा मेघा डसीला ने रखा और इसके अलावा विपक्ष से विपुल कार्की, और अमित बिष्ट का पक्ष रखने को उनके प्रतिनिधि के तौर पर भी विपुल कार्की ही उपस्थित थे इसके अलावा नितिन रावत ने भी खुद पक्ष रखा।