रिपोर्ट – आरती बिष्ट
राष्ट्रीय शिक्षा शोध व प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने मंगलवार को इंडियन साइन लेंग्वेज रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर (आईएसएलआरटीसी) के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए। अब एनसीईआरटी मूकबधिर बच्चों के लिए भी अपनी किताबें व अन्य शैक्षिक उत्पाद सांकेतिक भाषा (साइन लेंग्वेज) में उपलब्ध करा पाएगी। एमओयू के दौरान केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और केंद्रीय सामाजिक न्याय व सशक्तीकरण मंत्री थावर चंद गहलोत भी मौजूद रहे।
गहलोत ने बताया कि भारतीय सांकेतिक भाषा (आईएसएल) में एनसीईआरटी किताबों की उपलब्धता से सुनने की क्षमता नहीं रखने वाले बच्चे भी अब शैक्षिक संसाधनों का लाभ ले पाएंगे। यह शिक्षकों, शिक्षक प्रशिक्षकों, अभिभावकों और बधिर समुदाय के लिए बेहद उपयोगी व आवश्यक संसाधन साबित होगा।
राष्ट्रीय शिक्षा शोध व प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने मंगलवार को इंडियन साइन लेंग्वेज रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर (आईएसएलआरटीसी) के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए। अब एनसीईआरटी मूकबधिर बच्चों के लिए भी अपनी किताबें व अन्य शैक्षिक उत्पाद सांकेतिक भाषा (साइन लेंग्वेज) में उपलब्ध करा पाएगी। एमओयू के दौरान केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और केंद्रीय सामाजिक न्याय व सशक्तीकरण मंत्री थावर चंद गहलोत भी मौजूद रहे।
गहलोत ने बताया कि भारतीय सांकेतिक भाषा (आईएसएल) में एनसीईआरटी किताबों की उपलब्धता से सुनने की क्षमता नहीं रखने वाले बच्चे भी अब शैक्षिक संसाधनों का लाभ ले पाएंगे। यह शिक्षकों, शिक्षक प्रशिक्षकों, अभिभावकों और बधिर समुदाय के लिए बेहद उपयोगी व आवश्यक संसाधन साबित होगा।