सीबीएसई बोर्ड ने कोर्स में कटौती के बाद एग्जाम पैर्टन में किया बदलाव, देखिए पूरी रिपोर्ट

रिपोर्ट – स्मृति तिवारी

सीबीएसई बोर्ड ने कोरोना काल को देखते हुए नये 2020-21 में अपने सेलेबस में 30 फीसद कोर्स की कटौती के बाद अब एग्जाम पैर्टन में भी बड़ा बदलाव किया है। सीबीएसई ने क्वेश्चन पेपर में एक नंबर वाले सवालों की संख्या बढ़ाई है, जिससे बच्चों पर पढ़ाई को लेकर अधिक दबाव न हो। इसके लिए सीबीएसई ने सैंपल पेपर भी जारी कर दिए हैं।

स्टूडेंट्स सीबीएसई की वेबसाइट से फ्री सैंपल पेपर और मार्किंग स्कीम डाउनलोड कर सकेंगे। टीचर के मुताबिक रीजनिंग आधारित सवालों से स्टूडेंट्स की सोच, रचनात्मक, क्रियात्मक होगी और तार्किक क्षमता बढ़ेगी। इसके साथ ही मूल्यांकन भी अच्छे से होगा। एग्जाम में सर्वाधिक एमसीक्यू टाइप सवाल की संख्या है।

बोर्ड की ओर से जारी नए एग्जाम पैटर्न के अनुसार इंटरमीडिएट के साइंस के हर क्वेश्चन पेपर में 33 सवाल पूछे जाएंगे। इसमें बायोलॉजी के सेक्शन-ए में एक नंबर के 14 सवाल होंगे। केस स्टडी पर आधारित दो सवाल चार-चार नंबर के होंगे ।केस स्टडी में एक-एक नंबर के पांच सवाल होंगे, जिनमें से चार करने होंगे। सेक्शन-बी में दो नंबर वाले नौ सवाल होंगे।

सेक्शन-सी में तीन नंबर के पांच सवाल, सेक्शन-डी में पांच नंबर वाले तीन सवाल होंगे। इसी तरह फिजिक्स में सेक्शन-ए में एक नंबर के 14 सवाल होंगे।सेक्शन-बी में केस स्टडी पर आधारित दो सवाल चार-चार नंबर के, सेक्शन-सी में नौ सवाल दो-दो नंबर के व तीन वैकल्पिक होंगे। सेक्शन-डी में पांच सवाल तीन नंबर के व दो वैकल्पिक होंगे। सेक्शन ई-में तीन दीर्घउत्तरीय सवाल होंगे, ये वैकल्पिक होंगे और प्रत्येक पांच नंबर का होगा जबकि केमेस्ट्री में सेक्शन ए-में केस स्टडी पर आधारित चार-चार नंबर वाले दो सवाल होंगे।एक नंबर के 14 सवाल बहुविकल्पीय या रीज¨नग से संबंधित होंगे। सेक्शन-बी में नौ सवाल दो नंबर के होंगे जिसमें तीन वैकल्पिक होंगे। सेक्शन-सी से पांच सवाल तीन नंबर वाले, जिनमें दो वैकल्पिक होंगे। सेक्शन-डी में तीन दीर्घउत्तरीय सवाल होंगे, पांच नंबर के ये तीनों सवाल वैकल्पिक होंगे।