रिपोर्ट – आरती बिष्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल शाम 6 बजे देश को संबोधित करते हुए कहा कि त्यौहारों में बाजारों में रौनक देखी जा रही है, लेकिन याद रखे अभी लॉकडाउन ही खत्म हुआ है परन्तु अभी कोरोना नहीं गया। पीएम मोदी ने कहा कि बरसों बाद हम ऐसा होता देख रहे हैं कि मानवता को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है। अनेक देश इसके लिए काम कर रहे हैं। हमारे देश के वैज्ञानिक भी वैक्सीन के लिए जी-जान से जुटे हैं। देश में अभी कोरोना की कई वैक्सीन पर काम चल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि एक कठिन समय से निकलकर हम आगे बढ़ रहे हैं, थोड़ी सी लापरवाही हमारी गति को रोक सकती है या हमारी खुशियों को धूमिल कर सकती है। दो गज की दूरी, समय-समय पर साबुन से हाथ धुलना और मास्क का ध्यान रखिए। भारत में अभी कोरोना की कई वैक्सीन पर काम चल रहा है, इनमें से कुछ एडंवास स्टेज पर हैं। कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी, वह जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय नागरिक तक कैसे पहुंचे इसके लिए भी सरकार की तैयारी जारी है। एक-एक नागरिक तक वैक्सीन पहुंचे, इसके लिए तेजी से काम किया जा रहा है।
आप ध्यान रखे अमेरिका हो या फिर यूरोप के दूसरे देश में कोरोना के मामले कम हो रहे थे लेकिन अचानक से फिर बढ़ने लगे। जब तक सफलता पूरी न मिल जाए तब तक लापरवाही नहीं करनी चाहिए। जब तक इस महामारी की वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक हमें कोरोना से अपनी इस लड़ाई को कमजोर नहीं पड़ने देना है। अगर आप लापरवाही बरत रहे हैं, बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं, तब आप खुद को, अपने परिवार को, अपने परिवार के बच्चों को, बुजुर्गों को उतने ही बड़े संकट में डाल रहे हैं।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि सेवा परमो धर्म: के मंत्र पर चलते हुए हमारे डॉक्टर नर्स और हेल्थ कर्मचारी इतनी बड़ी आबादी की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। इन सभी प्रयासों के बीच, ये समय लापरवाह होने का नहीं है। ये समय ये मान लेने का नहीं है कि कोरोना चला गया या फिर अब कोरोना से कोई खतरा नहीं है। हाल के दिनों में हम सबने बहुत सी तस्वीरें, वीडियो देखे हैं जिसमे साफ नजर आता है कि कई लोगों ने अब सावधानी बरतना बंद कर दिया है जो कि बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
दुनिया के साधन-संपन्न देशों की तुलना में भारत अपने ज्यादा से ज्यादा नागरिकों का जीवन बचाने में सफल हो रहा है। कोविड के खिलाफ लड़ाई में टेस्ट की बढ़ती संख्या हमारी एक बड़ी ताकत रही है लेकिन हमें ये नहीं भूलना है कि लॉकडाउन भले चला गया हो पर वायरस नहीं गया है। बीते 7-8 महीनों में प्रत्येक भारतीय के प्रयास से भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में हैं, हमें उसे बिगड़ने नहीं देना है। समय के साथ आर्थिक गतिविधियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। हम में से अधिकांश लोग अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए फिर से जीवन को गति देने के लिए रोज घरों से बाहर निकल रहे हैं। त्यौहारों के इस मौसम में बाजारों में भी रौनक धीरे-धीरे लौट रही है।