“घबराना नहीं” – युवा कवि श्याम भट्ट की स्वरचित कविता

घबराना नहीं

कुछ सपनों को पूरा करने में
जब आपकी एक छोटी सी
कामयाबी हौंसला बढ़ाये,

मंज़िल की तरफ बढ़ती सीढियां
जब धीरे धीरे कम होती जाये,

जब नाम से बढ़कर काम से
आपकी पहचान बनती जाये,

जब हर मुश्किल आपके विश्वास
और मेहनत के आगे टिक ना पाए,

फिर तब तक अपने कदम बढाएं
जब तक सफल ना हो जाए।

श्याम भट्ट