योगनिलयम उत्तराखंड का प्रथम योग एवं वैदिक संस्थान है। अभी तक पूरे देश मे विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम मे अतरिक्त केवल 4 शोध संस्थान थे। जिनमे बिहार स्कूल ऑफ योग बिहार, कैवल्य धाम लोनावाला महाराष्ट्र, स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान बैंगलोर, मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ योग ही योग के क्षेत्र मे कार्य कर रहे है। अब इसमें अल्मोड़ा का योगनिलयम शोध संस्थान भी शामिल हो गया है।
योगनिलयम का प्रारंभ 8 मार्च 2020 की हुआ। कोरोना जैसी महामारी होने पर भी लोगो के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए निरंतर प्रयत्नशील रहा। अभी तक कुल 60 लोगो ने यहां प्रशिक्षण प्राप्त किया। योगनिलयम शोध संस्थान वर्तमान मे प्रचलित पारंपरिक योग शिक्षण पद्दतियों का जैसे हतयोग, अष्टांग विन्यास, आयंगर योग, योग एवम मार्शल आर्ट आदि और योग चिकित्सा पद्दतियों का भी प्रशिक्षण कराया जाता है।
वर्तमान में योगनिलयम के दो केंद्र विनायक उत्सव् भवन और एन.टी.डी शैल रोड मे संचालित किए जा रहे है। जिसमे सभी आयु वर्ग के लोग प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है। प्रशिक्षण पूरा हो जाने के पश्चात सर्टिफिकेट भी वितरित किये जाते है।
संस्था के निर्देशक प्रेम प्रकाश पांडेय ने बताया कि योगनिलयम अब भारत सरकार के शिक्षण संस्थान के रूप मे उद्योग संस्थान से भी संबद्ध हो गया है। जिससे योग के विद्यार्थीयो को स्वरोजगार के अवसर प्रदान होंगे।