भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने इंदिरा हृदयेश को भीमताल में अपने भाषण के दौरान अमर्यादित ढंग अपमानित करने के बाद अब उन्होंने ट्विटर से ट्वीट और फेसबुक से एक पोस्ट की है। जिसमें उन्होंने कहा है कि वो उनको अपमानित नहीं करना चाहते थे। उन्होंने बयान वापस लेने की बात कही है, लेकिन माफी नहीं मांगी है।
भगत ने ट्वीट कर कहा है कि “कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदेश जी प्रदेश की सम्मानित नेता हैं और चुनावी क्षेत्र एक होने के कारण नोकझोंक होना स्वाभाविक है।
उन्हें व्यक्तिगत क्षति पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं था,अगर उन्हें क्षति पहुँची है तो मैं अपना बयान सम्मान पूर्वक वापस लेता हूँ।”
अब सवाल यह है कि जुबान से निकला बयान कैसे वापस हो सकता है। यह आम धारणा बन गई है कि एक बार बयान देने के बाद नेता उसे वापस ले लेते हैं।