आज दिनांक 6 जनवरी 2021 को पूर्व उपाध्यक्ष एनआरएचएम (कैबिनेट स्तर) बिट्टू कर्नाटक ने एक बयान जारी कर कहा है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता वयोवृद्ध विधायक बंशीधर भगत द्वारा नेता प्रतिपक्ष माननीया इंदिरा हृदयेश के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी भाजपा व उनके प्रदेश अध्यक्ष के मानसिक स्तर को दर्शाती है। कर्नाटक ने कहा कि जहां एक ओर बंशीधर भगत जी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के पिता दशरथ के किरदार को रामलीलाओं में निभाने का कार्य करते हैं, वही दूसरी ओर एक वरिष्ठ नेता द्वारा वरिष्ठ महिला के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी अपने आप में माफी के योग्य नहीं है, सनातन धर्म में महिलाओं के अपमान को एक बहुत बड़ा अपराध माना जाता है।
कर्नाटक ने कहा कि जहां रावण द्वारा माता सीता का अपहरण कर उन्हें भी सम्मान से रखा गया तथा कभी उनके साथ दुर्व्यवहार या अभद्रता नहीं की गयी। राम के नाम पर सत्ता में आई हुई भाजपा और उनके वरिष्ठ नेता के द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी उनकी मानसिकता को प्रदर्शित करती है। कर्नाटक ने जोर देकर कहा कि भाजपा शासनकाल में महिलाओं के खिलाफ हजारों हजार घटनाएं घटित हो रही हैं जिनमें महिलाओं के साथ अभद्रता मानवीय व्यवहार जैसी अनेक घटनाएं लगातार घटित हो रही हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि भाजपा शासनकाल में महिलाओं का सम्मान नहीं है। कर्नाटक ने आगे कहा कि अपने अमर्यादित टिप्पणी पर बंशीधर भगत को तत्काल नेता प्रतिपक्ष माननीया इंदिरा हृदयेश जी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे और राम का नाम लेने वाली भारतीय जनता पार्टी तत्काल प्रभाव से ऐसे अमर्यादित व्यक्ति को अपनी पार्टी के अध्यक्ष पद से बर्खास्त करें।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में महिलाओं का सम्मान सर्वोपरि है भारत की सभ्यता व संस्कृति जिसमें महिलाओं की पूजा होती है। आज उस संस्कृति को नष्ट करने का काम भाजपा के नेताओं द्वारा किया जा रहा है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्री बंशीधर भगत द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी की माफी नहीं मांगी जाती और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं होती है तो मजबूरन कांग्रेसजनों को सड़कों पर उतर कर उनके खिलाफ आंदोलनात्मक कार्रवाई करने को बाध्य होना पड़ेगा, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी भाजपा के आलाकमान की होगी।