रिपोर्ट- आरती बिष्ट
देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे बनने का रास्ता अब पूरी तरह साफ हो चुका है। देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे बनने के बीच में कुछ अड़चनें आ रही थीं जो कि अब हट चुकी हैं। भारतीय वन्यजीव बोर्ड की ओर से भी आखिरकार इस परियोजना को हरी झंडी दिखा दी है। देहरादून और दिल्ली के निवासियों को जल्द ही एक अनोखी सौगात मिलने वाली है। कई घंटों का बोरिंग सफर अब इस एक्सप्रेस-वे के कारण मात्र ढाई घंटे का हो जाएगा और देहरादून से दिल्ली मात्र ढाई घंटे में ही पहुंचा जा सकेगा। यह एक्सप्रेसवे देहरादून से सहारनपुर शामली और बागपत होते हुए फिर दिल्ली से जुड़ेगा। देहरादून से दिल्ली तक के 180 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनाया जाना है और 3 महीने के अंदर इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण में उत्तर प्रदेश के गणेशपुर से लेकर देहरादून के बीच तकरीबन 20 किलोमीटर के हिस्से में राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क और शिवालिक एलीफेंट रिजर्व पार्क आ रहे हैं और इसमें एक जंगल भी है और इस जंगल के अंदर तकरीबन ढाई हजार पेड़ों के कटने का अनुमान भी लगाया जा रहा है। हालांकि अब वन्यजीव बोर्ड ने भी इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए हरी झंडी दे दी है और अब इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के सभी रास्ते खुल चुके हैं। इस पूरे एक्सप्रेस-वे के निर्माण के पहले चरण में 1065 और दूसरे चरण के निर्माण में 1325 करोड़ रुपए खर्च होंगे।