डायट डीएलएड संघ के लगातार विरोध प्रदर्शन के बाद आज दिनांक 18 जनवरी को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे द्वारा सचिवालय परिसर में शिक्षा विभाग की एक महत्वपूर्ण मीटिंग आयोजित की गयी। इस मीटिंग में मुख्यतः दो दिन पूर्व जारी एनआईओएस से 18 माह का डीएलएड किए गये अप्रशिक्षित सेवारत शिक्षकों को वर्तमान प्राथमिक शिक्षक भर्ती में शामिल होने हेतु आदेशित किया गया था उसे निरस्त कहने की बात की गयी।
गौरतलब है कि डीएलएड संघ द्वारा वर्तमान में चल रही प्राथमिक शिक्षक भर्ती में 18 माह का एनआईओएस डिप्लोमा अभ्यर्थियों को लेने का विरोध चल रहा था तथा इस संबंध में उनकी आज सुबह मंत्री जी के आवास पर सकारात्मक वार्ता भी हुई।
जिसके तत्काल बाद मंत्री जी ने सचिवालय में मीटिंग के तुरंत बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा की वर्तमान में चल रही प्राथमिक शिक्षक भर्ती में सबसे पहला हक राज्य सरकार के डायटों से द्वि वर्षीय संस्थागत रूप से डीएलएड किए गए अभ्यर्थियों का है और वर्तमान नियमावली भी नियमानुसार योग्य अभ्यर्थियों को नियुक्त करने की बात करती है।
इसी संबंध में मात्र 18 माह का सेवारत प्रशिक्षण लिए अप्रशिक्षित शिक्षकों को इस भर्ती में आवेदन करने का मौका नहीं दिया जाएगा।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पवन मुस्यूनी ने कहा कि हम सभी डायट डीएलएड प्रशिक्षित माननीय मंत्री जी का सादर आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने सरकारी प्रशिक्षण और राज्य की डायट की अस्मिता को ध्यान में रखते हुए सही फैसला किया है जिससे राज्य में योग्य शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी तथा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा राज्य के नौनिहालों को प्राप्त हो पाएगी।
संगठन के प्रवक्ता जितेंद्र नैनवाल ने कहा की वर्तमान में चल रही प्राथमिक शिक्षक भर्ती को अगर किसी भी संगठन द्वारा कोर्ट में लटकाया गया तो डायट डीएलएड संघ इसका पुरजोर विरोध करेगा।
प्रदेश संरक्षक संजय खोलिया ने कहा कि वर्तमान में देश के किसी भी राज्य द्वारा 18 माह के एनआईओएस डीएलएड को नियुक्ति प्रदान नहीं की गयी है।
इस अवसर पर डीएलएड संघ के अध्यक्ष पवन मुस्यूनी, सचिव हिमांशु जोशी, श्वेता राजपाल, प्रदेश संरक्षक संजय खोलिया प्रकाश रानी,मुकेश चौहान, अमित शर्मा, दीपक रावत, शुभम पंत, गौरव रावत अंकुश शाह, अरविंद बिष्ट, अमन डोभाल, रंजीता असवाल इत्यादि लोग उपस्थित रहे।