बुलंदी-ज़ज्बात-ए-कलम संस्था के माध्यम से व मोहन रावत जी के सहयोग से जंगल फीईस्टा, हल्द्वानी में 7 फरवरी को कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय व दूर- दराज़ के वरिष्ठ औऱ नवोदित कलमकारों ने काव्य पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन उत्तराखण्ड के युवा कवि बादल बाज़पुरी ने करा व कार्यक्रम संयोजन राकेश शर्मा ने किया, कार्यक्रम में मोहब्बत के साथ – साथ नेताओ पे तंज कसते हुये, वीर रस, किसानों की व्यथा सहित महिला शसक्तीकरण बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर कविता पढ़ी गयी।
पुष्पलता जोशी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रही, शिवानी शर्मा ने देश प्रेम की रचना पढ़कर माहौल बनाया तो वही ममता परगाई व अनिल जोशी ने बेटी बचाओ पे रचना पढ़कर तालियाँ बटौरी, सिकंदराबाद से आये शिवा अधूरा, दीपिका जोशी व दीपांशु कुवँर ने मानवीय संवेदना की रचना पढ़कर माहौल बनाया तो पीलीभीत से कुलदीप कल्प, बरेली से अजय वंश, अमित जोशी, निलेश, अमित वर्मा, अक्षर एकांत, अभिषेक मिश्रा, नवीन आर्या, गौरव, हरीश हरदा, मानसी पन्त, शेखर उत्तराखण्डी, पवन मेहरा, मंथन व पवन मेहरा ने श्रृंगार रस में पढ़कर जमकर तालियाँ बटोरी अपनी रचनाओं पर वही धीरज, ललित मोहन, उन्नति नेगी आदि ने जीवन का प्रथम कविता पाठ बुलंदी के मंच से किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ कवि गौरव त्रिपाठी , वेद प्रकाश अंकुर भी उपस्थित रहें। बुलंदी मंच ने अब तक 08 कार्यक्रम करवाकर 350 से अधिक रचनाकारों को मंच दिया साथ – साथ दर्जनों ऐसे कलमकारों को मंच दिया जिन्होंने अपने जीवन का पहला मंच बुलंदी से पढ़ा।
संस्था के संस्थापक बादल बाजपुरी एक लंबे अरसे से साहित्य को समर्पित है और साहित्यिक दुनिया मे अपनी एक अलग पहचान रखते हैं। बादल बाज़पुरी ने बुलंदी साहित्यिक संस्था नवोदित कलमकारों के उत्थान के लिये बनाई है जिसके माध्यम से वो साहित्य लेखन करने वाले नवोदित कलमकारों को निःस्वार्थ भावना से मंच प्रदान कर रहे हैं और उत्तराखंड की प्रतिभाओं को बढ़ावा दे रहे हैं।