सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा में कर्मचारी कल्याण समिति के तत्वावधान में आज भुवन नेगी, राजेन्द्र सिंह बिष्ट और राम सिंह कनवाल को परिसर में दी भावभीनी सेवानिवृत्ति

सोबन के सेवानिवृत्त होने पर भावभीनी विदाई दी गयी।इस अवसर पर अतिथि रूप में शोध एवं प्रसार निदेशालय के निदेशक प्रोफेसर जगत सिंह बिष्ट,परिसर निदेशक प्रोफेसर नीरज तिवारी, कुलानुशासक प्रोफेसर अनिल कुमार यादव, प्रोफेसर वी डी एस नेगी, कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष हेम पांडे, कर्मचारी कल्याण कल्याण कोष के अध्यक्ष कैलाश छिमवाल, सचिव चंदन मेर, कार्यक्रम के संचालक हेम पांडे आदि ने सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को फूलमाला पहनाकर सेवानिवृत्ति दी।

सेवानिवृत्त हुए कर्मी भुवन नेगी ने कहा कि 1988 से यहां कार्य किया। साथ ही राम सिंह ने सभी का धन्यवाद व्यक्त किया।

कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष हेम पांडे ने कहा कि कर्मचारी कल्याण समिति कर्मचारियों की समस्याओं, सम्मान समारोह, आयोजन, कर्मचारियों के दुःख-सुख में और सेवानिवृत्ति के समय होने वाले कार्यों में कोष को लगाती है। समिति निरंतर अपने नियमों से बद्ध होकर कार्यों को निष्पक्ष क़रतीं है।

कर्मचारी कल्याण कोष के अध्यक्ष कैलाश छिमवाल ने कहा कि सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों ने अपने कार्यकाल में मेहनत और लगन से कार्य किया है। हम सभी उनके स्वस्थ्य जीवन की कामना करते हैं। समिति अपने सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को हर संभव मदद और सम्मान देते हैं।

प्रोफेसर वी. डी. एस. नेगी ने कर्मचारी संघ एकता की सराहना की। उन्होंने कहा कि छोटी मोटी बातों को किनारे कर सामाजिक दायित्व निभाएं। सेवानिवृत्त कर्मियों के जीवन की शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ।

कुलानुशासक प्रोफेसर अनिल यादव ने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के कार्यों की सरहना। यह परिसर कर्मचारी, छात्र और शिक्षकों के सहयोग से चलता है। आगे भी यह परंपरा बनी रहे।

प्रोफेसर जगत सिंह बिष्ट ने कहा कि आज जुझारु कर्मियों का विदाई और सम्मान समारोह है। सभी सेवानिवृत्त हुए कर्मियों का जीवन सुखमय रहे।
उन्होंने कर्मचारी कल्याण समिति, कर्मचारी कल्याण कोष संघटन की सराहना की। उन्होंने कहा कि एकमत होकर सहयोग करते रहें और आपकी एकता सराहनीय है।

परिसर निदेशक प्रोफेसर नीरज तिवारी ने सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आपका इस विश्वविद्यालय को योगदान काफी है। आप इस परिसर के वरिष्ठ कर्मी रहे हैं। आप जीवन में सदैव स्वस्थ्य रहें। उन्होंने कर्मचारी समिति के प्रयासों और कार्यों की सराहना की और उन्होंने 10 हजार रुपया वार्षिक सहयोग देने की बात कही। साथ ही उन्होंने सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों को व्यक्तिगत धनराशि देकर सहयोग किया। उन्होंने कहा कि आप अपनी समस्याओं के समाधान के लिए कार्य करते रहें। समिति का उद्देश्य आगे इसी तरह बढ़ती रहे। उन्होंने सभी कर्मियों से कहा कि इस विश्वविद्यालय की रीढ़ हैं। आप पर दायित्व भी बड़े हैं। इसलिए आप इस संस्था के लिए समर्पित होकर कार्य करें।

इस अवसर पर युगल पांडे, हीरा सिंह, देवेंद्र सिंह धामी, कुलदीप उपाध्याय ने अपनी बात रखते हुए सेवानिवृत्त हुए कर्मियों के कार्यों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम का संचालन कैलाश छिमवाल ने किया।
इस अवसर पर क्रीड़ा प्रभारी लियाकत अली, आनंद बिष्ट, राजेन्द्र सिंह बिष्ट, जयवीर सिंह, मनीष तिवारी, कुलदीप उपाध्याय, त्रिलोक सिंह बिष्ट, प्रकाश सती, आर एस बगडवाल, पूरन कनवाल, जे सी मठपाल, भुवन आर्य, राजेन्द्र राणा, शेर सिंह बघरी, प्रमोद भट्ट, देबकी, हेमा अवस्थी, चंपा तिवारी, गीता रावत, विमला भाकुनी, अनिता नयाल, नीरज भट्ट,प्रकाश भट्ट, मोहन रावत, भुवन आर्या, प्रेम लटवाल आदि कर्मचारी मौजूद रहे।