बजट में सरकार को गांवों व नगरों में स्वरोजगार उत्पन्न करने के लिए बुनियादी ढांचा बनाने की आवश्यकता थी – विनय किरौला

धर्म निरपेक्ष युवा मंच के संयोजक विनय किरौला ने बजट को लेकर कहा की बजट में सरकार को गावों व नगरों में स्वरोजगार उत्पन्न करने के लिए बुनियादी ढांचा तैयार करने का प्रावधान करने की जरूरत थी, गाँवो की लोकल अर्थव्यवस्था विकसित कर गावों को स्वालंम्बी बनाकर, गाँवों में होने वाले उत्पादों को राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने प्रावधान करने की जरूरत बजट में थी।

विनय ने आगे कहा की इसके अतिरिक्त हाल में चमोली के आई आपदा को देखते हुए उत्तराखंड से लगे हुए हिमालय के ग्लेशियरो में रिसर्च के लिये पैकेज की व्यवस्था बजट में करने की जरूरत थी, ताकि इस तरह की प्राकृतिक आपदा से बचा जा सके। ग्लोबल वार्मिंग के कारण पहाड़ में फसल चक्र बदल गया है,इस पर व्यवस्था करने की जरूरत थी।

किरौला ने आगे कहा की अत्यंत महत्वपूर्ण जंगली-जानवरों के आतंक से खेती को बचाने के लिए प्राथमिकता के साथ बजट में प्रावधान करने की आवश्कता थी। पहाड़ी जिलों में स्वरोजगार करने के लिए,बुनियादी अवस्थापना के निर्माण के लिए बजट में प्रावधान की अत्यंत आवश्कता थी। सरकार की जो योजनाएं चल रही है, अगर इस विज़न को बजट में शामिल किया जाता तो सरकार की योजनाएं आसानी से जमीन पर उतर सकती थी।