अल्मोडा को कुमाऊँ मंडल से हटाकर गैरसैंण कमिश्नरी में जोड़ने के सरकार के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जोशी के नेत्रत्व में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। आप उपाध्यक्ष कई आप कार्यकर्ताओं के साथ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं उनकी मांग है सरकार गैरसैंण कमिश्नरी से अल्मोड़ा को हटाकर यहां की जनभावनाओं का सम्मान करे। धरने पर बैठे आप उपाध्यक्ष ने कहा ये आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कुमाऊं और अल्मोड़ा के जनभावनाओं का सम्मान करते हुए इस फैसले को वापिस न लिया जाय और जब तक सरकार इस विवेकहीन फैसले को वापिस नहीं लेती वो रात दिन चौघानपाटा अल्मोडा में आप कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठे रहेंगे।
आप उपाध्यक्ष अमित जोशी लगातार अल्मोड़ा को गैरसैंण में शामिल करने का विरोध करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा बीजेपी ने अल्मोड़ा और कुमाऊं की जनता से विश्वासघात किया और अल्मोड़ा सांस्कृतिक नगरी है जो की कुमाऊं का मस्तक है, उसे कुमाऊं से अलग करने का काम किया, जिसका वहां की जनता के साथ आम आदमी पार्टी भी लगातार विरोध कर रही है।कुमाऊं और अल्मोड़ा की जनता की भावनाओं के साथ किए गए इस खिलवाड़ पर आप उपाध्यक्ष ने सरकार से इस फैसले को बदलने की मांग की है। उन्होंने सूबे के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मांग की, गैरसैंण में कमिश्नरी के बजाय इसे स्थाई राजधानी घोषित कर, पुराने फैसले को वापिस लिया जाय ताकि अल्मोड़ा के साथ साथ कुमाऊं की जनभावनाओं का सम्मान हो सके।
उन्होंने कहा कि गैरसैंण को कमिश्नरी बनाकर चार जिलों को उसमें समायोजित किया गया है जिनमें रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और अल्मोडा शामिल हैं। लेकिन अल्मोडा को इस नई कमिश्नरी में शामिल किए जाने के बाद से ही पूरे कुमांऊ मंडल में इसका विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया है। इससे सिर्फ आमजन ही नाराज नही हैं, बल्कि कुंमाऊ के बीजेपी सांसद और मंत्री विधायक भी नाराज हैं। जबकि अल्मोड़ा को उन्होंने कुमाऊँ का अभिन्न अंग बताते हुए इसे कुमाऊँ से अलग करके सरकार ने यहां के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। अल्मोड़ा के बगैर कुमाऊँ मंडल की परिकल्पना भी नही की जा सकती। यह हमेशा से कुमाऊँ की संस्कृति का गढ़ रहा है और सरकार ने कुमाऊँ के लोगों के साथ साथ यहां की संस्कृति पर भी कुठाराघात किया है। अल्मोडा के हर निवासी को कुमाऊँनी होने पर गर्व है। चाहे विश्वविख्यात कुमाऊंनी होली हो, चाहे अल्मोडा का विख्यात कुमाऊँनी दशहरा, कुमाऊँनी रामलीला हो, अल्मोड़ा की कुमाऊनी बाल मिठाई हो अल्मोडा वासियों ने हर रूप में कुमाऊँ को जिया है।
आप उपाध्यक्ष ने आगे कहा कि सरकार का गैरसैंण को कमिशनरी घोषित करने का फैसला समझ से परे है। आज तक सरकार पौड़ी में स्थाई कमिश्नर नही बना पाई तो गैरसैंण कमिश्नरी का फैसला महज छलावे से ज्यादा कुछ साबित नहीं होने वाला है। इस फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी पहले ही दिन से मुखर है और जनता के साथ शुरु से ही इसके खिलाफ संघर्ष कर रही है। आप पार्टी का ये संघर्ष और आप उपाध्यक्ष का कमिश्नरी के फैसले को वापिस न लेने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा जब तक सरकार गैरसैंण को कमिश्नरी घोषित करने के फैसले को वापिस नहीं ले लेती है। इसके अलावा आप उपाध्यक्ष ने कहा सरकार अगर वाकई में गैरसैंण को लेकर गंभीर है तो इसे तत्काल स्थाई राजधानी घोषित कर उत्तराखंड के शहीदों और उत्तराखंड की जनता की जनभावनाओं का सम्मान करें क्योंकि आम आदमी पार्टी भी यही मांग करती है गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाई जानी चाहिए।
आज धरने के प्रथम दिवस प्रदेश उपाध्यक्ष अमित जोशी के साथ जिला उपाध्यक्ष आनंद सिंह बिष्ट, मनोज गुप्ता, एन एल साह, जगनमोहन फर्त्याल, अखिलेश टम्टा, नीरज सिंह, रोहित सिंह, दिनेश कुमार, नवीन आर्य, दानिश कुरैशी, खलील अहमद, संदीप नयाल, प्रकाश कांडपाल, आशीष रावत, हिमांशु बोरा, योगेंद्र अधिकारी आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।