10 दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी एवं नमामि गंगे जल संरक्षण विषय पर कार्यशाला और प्रतियोगिता का शुभारंभ सोबन सिंह जीना परिसर के दृश्य कला संकाय में आयोजित हो चुका है। 10 दिवसीय राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी अनुभूति-3 हमारी विरासत या हमारी धरोहर आयोजित हो चुकी है। जिसमें 100 प्रतिभागी कलाकारों ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का हुनर चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया। चित्रकला प्रदर्शनी की संयोजक एवं दृश्य कला संकाय की संकाय अध्यक्ष प्रो. सोनू द्विवेदी ने बताया कि इस चित्रकला प्रदर्शनी में लोक संस्कृति, भारतीय संस्कृति, भारत के ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक धरोहरों को लेकर चित्र बनाए गए हैं जिनका प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड की लोक कलाएं और इतिहास पुरातत्व पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी हमारी संस्कृति के लिए बेहतर साबित हुई है।
उन्होंने बताया कि 17 मार्च को कार्यशाला में गोविंद बल्लभ पंत लोक कला संस्थान, अल्मोड़ा और दृश्य कला संकाय एवं चित्रकला विभाग के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय ऐपन बनाओ और सीखो कार्यशाला का उद्घाटन किया जाएगा। जिसमें अतिथि के रूप में प्रो. देव सिंह पोखरिया व कला संकायाध्यक्ष, प्रो पुष्पा अवस्थी होंगी। साथ ही इस कार्यशाला के समन्वयक डॉ चन्द्र सिंह चौहान और संयोजक प्रोफेसर सोनू द्विवेदी होंगी।