अल्मोड़ा में “विरासत” कार्यक्रम का आयोजन 22 एवं 23 मार्च 2021 को होगा

भारत वर्ष की समृद्घ सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षण व संवर्धन देने के उद्देश्य से भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, प्रयागराज द्वारा देवभूमि उत्तराखण्ड के कुमाऊँ अंचल में अल्मोडा जनपद के ‘रैमजे इण्टर कॉलेज’ के प्रांगण में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के अन्तर्गत दो दिवसीय सांस्कृतिक संध्या “विरासत” का आयोजन दिनॉक 22 एवं 23 मार्च 2021 को शाम 6 बजे से किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में कुमाऊँ अंचल के लोकनृत्यों के साथ ही दिनॉक 22 मार्च को सुपरिचित कुमाऊँनी लोकगीत गायक ‘रमेश बाबू गोस्वामी’ अपनी आवाज़ एवं अंदाज से विरासत में प्राप्त गायिकी की परम्परा को प्रस्तुत करेंगे। वहीं वीर भूमि राजस्थान से आये कलाकारों द्वारा सपेरा जनजाति का कालबेलिया नृत्य तथा खूबसूरत भवई नृत्य की प्रस्तुति के साथ स्थानीय कलाकारो द्वारा छपेली आदि नृत्यों की प्रस्तुति दी जायेगी। इसी के साथ उत्तर भारत के शास्त्रीय नृत्य कथक की प्रस्तुति के लिये बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी से पधारी युवा एवं ख्यातिलब्ध कलाकार सुश्री ऋचा पाण्डेय समूह के द्वारा कथक के विभिन्न आयामों को प्रस्तुत किया जायेगा।

इसी श्रृंखला में 23 मार्च को लोकप्रिय एवं बहुचर्चित कुमाऊँनी लोकगीतों की लड़ी को प्रस्तुत करेंगी। साथ ही राजस्थान मांगणिहार गायिकी को भी मूल रूप में प्रस्तुत किया जायेगा। 22 मार्च को कार्यक्रम का शुभारंभ ‘पद्म्श्री’ ललित पाण्डेय के कर-कमलों द्वारा दीप-प्रज्ज्वलित कर किया जायेगा। इस अवसर पर केन्द्र की प्रभारी निदेशक रेनू सिंह द्वारा अल्मोडा जनपद के सभी नागरिकों को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।

23 मार्च 2021 को मुख्य अतिथि के रूप में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलपति नरेंद्र सिंह भंडारी उपस्थित रहेंगे। बैठक में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज से मधु कांत मिश्रा, हिमानी रावत एवं शैलेंद्र कुमार के साथ साथ नगर के देवेंद्र भट्ट, मनमोहन चौधरी, प्रकाश बिष्ट, ममता वाणी, संदीप नयाल, महेंद्र सिंह मेहरा, दिव्यांशु चतुर्वेदी, निशा मेहरा, दीक्षा बिष्ट, युसूफ तिवारी आदि लोग मौजूद थे।