चार धाम यात्रा के लिए अब ई-पास की जरूरत नहीं

राज्य सरकार ने अब तीर्थयात्रियों के लिए चार धाम यात्रा करने के लिए ऑनलाइन ई-पास की शर्त हटा दी है। तीर्थयात्रियों को देहरादून स्मार्ट सिटी की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा और पहले की तरह कोविड-19 की जांच करानी होगी।

यह फैसला उत्तराखंड उच्च न्यायालय द्वारा यात्रा के लिए अनुमति दी गई तीर्थयात्रियों की संख्या की सीमा को हटाने के एक दिन बाद आया है। जिसके बाद राज्य सरकार ने तीर्थयात्रा के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की थी।

बुधवार को गढ़वाल आयुक्त और चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने कहा कि जो तीर्थयात्री ऑनलाइन पंजीकरण से अनजान हैं, वे इसे हरिद्वार और ऋषिकेश रेलवे स्टेशनों और बस टर्मिनल पर मुफ्त कोविड परीक्षण के साथ मुफ्त में करवा सकेंगे। उन्होंने इसके लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में तत्काल पंजीकरण केंद्र खोलने के आदेश जारी किए।

रमन ने कहा कि रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी के जिलाधिकारियों को भी आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं। रुद्रप्रयाग के डीएम को बताया गया कि जो तीर्थयात्री पहले ही मंदिर दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं, उन्हें गुप्तकाशी, फाटा, सोनप्रयाग और गौरीकुंड में कोविड परीक्षण के बाद केदारनाथ भेजा जाए। चमोली और उत्तरकाशी के डीएम को भी तीर्थयात्रियों को बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों में बिना किसी व्यवधान के दर्शन करने की अनुमति देने का निर्देश दिया गया है।

देवस्थानम बोर्ड के अनुसार बुधवार शाम 4 बजे तक 1,589 लोग केदारनाथ, 376 गंगोत्री और 484 लोग यमुनोत्री के दर्शन कर चुके थे। 18 सितंबर से 6 अक्टूबर तक कुल 46,511 तीर्थयात्री चार धाम के दर्शन कर चुके हैं।

 

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