श्री भुवनेश्वर महादेव मंदिर एवं रामलीला समिति कर्नाटक खोला अल्मोडा में श्री रामलीला महोत्सव वर्ष 2021 का विधिवत् शुभारम्भ दिनांक 7.10.2021को किया गया। जिसमें रावण तपस्या, देवगण स्तुति, रावण अत्याचार, राम जन्म सीता जन्म तक की लीला का भव्य मंचन किया गया। एक वर्ष के लम्बे अन्तराल के पश्चात दर्शकों की रामलीला देखने की अभिलाषा पूरी हुई और प्रत्यक्ष रामलीला मंचन देखने के लिये दर्शक अति उत्साहित दिखाई दिये तथा मंचन के दौरान देर रात तक रामलीला मैदान में बने रहे।
सर्वप्रथम इस वर्ष की रामलीला का शुभारम्भ डा. नीरज तिवारी प्रोफेसर एस.एस.जे. कैम्पस अल्मोडा द्वारा किया गया। उन्होंनें रामलीला के सफल मंचन के लिये रामलीला समिति विशेषकर संस्थापक/संयोजक पूर्व मंत्री बिट्टू कर्नाटक को अग्रिम शुभकामनायें दी। उन्होंने सराहना करते हुये कहा कि जहां कोरोना काल में रामलीला का मंचन कर पाना मुश्किल हो रहा है वही कर्नाटक के प्रयासों कर्नाटक खोला में रामलीला का सफल मंचन होने जा रहा है। डा. तिवारी ने कहा कि गत वर्ष भीषण कोरोना काल के दौरान जहां सामान्य गतिविधियां भी प्रभावित रहीं, वहीं श्री भुवनेश्वर महादेव रामलीला समिति ने सम्पूर्ण ग्यारह दिवसीय रामलीला मंचन कोरोना गाइड लाइन के तहत वर्चुअली दिखा एक मिशाल कायम की गयी थी। जिसका देश-विदेश में मौजूद लाखों दर्शकों ने अपने घर बैठे आनन्द लिया। श्री तिवारी ने अपने वक्त्व्य में कहा कि सामान्यतः वे अपने जीवन में बहुत अर्न्तमुखी हैं किन्तु विगत कुछ वर्षो से बिट्टू कर्नाटक द्वारा किये जा रहे सामाजिक कार्यो से अत्यन्त प्रभावित होकर उन्हें रामलीला जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जुडने की प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा कि समिति और संस्थापक/संयोजक कर्नाटक द्वारा नारी सशक्तीकरण के परिवेश में एक नई और अनूठी पहल के अर्न्तगत जो तीन दिवसीय महिलाओं की रामलीला आयोजित होने जा रही है वह देश में एक ऐतिहासिक एवं अद्वितीय है।
प्रथम दिवस की लीला में रावण,कुम्भकर्ण और विभीषण द्वारा तपस्या एवं वरदान प्राप्त करना, रावण अत्याचार, देवगण स्तुति, राम -सीता आदि का जन्म तक की लीला का मचंन किया गया। जिसमें महादेव (शिव) के पात्र जितेन्द्र काण्डपाल, पार्वती-रश्मि काण्डपाल, रावण प्रकाश पिलखववाल, कुम्भकर्ण-सन्तोष जोशी, विभिषण अजय बिष्ट, नादर-अमर बोरा, रावत दूत-हर्षित कुमार, करन पालीवाल तथा अनिल जोशी, मुनि-मनीष तिवारी तथा नवीन बिष्ट, दशरथ-अखिलेश थापा, जनक-विपिन चन्द्र जोशी आदि ने अपने अभिनय से सभी का मन मोह लिया।
बालिका को प्रोत्साहित करने तथा समाज में आगे लाने के लिये श्री भुवनेश्वर महादेव रामलीला समिति की सदैव अग्रणी भूमिका रहती है इसी क्रम में इस वर्ष भी बालिकाओं कलाकारों का दबदबा कायम रहा। जिसमें देवगण स्तुति में आठ बालिकाओं ने मंच साझा कर अहम भूमिका निभाते हुये अपने अभिनय से सभी का मन मोह लिया। देवगण के रूप में मेघना पाण्डे, भूमि पाण्डे, दीक्षा कर्नाटक, प्रियंका जोशी, निधि रावत, कशिश रावत, अंशु नेगी, सोना तिवारी ने भूमिका निभाई।