दुष्ट ताडिका एवं सुबाहु का भगवान श्री राम ने किया अंत

श्री भुवनेश्वर महादेव मंदिर एवं रामलीला समिति कर्नाटक खोला अल्मोडा में रामलीला मंचन के द्वितीय दिवस दिनांक 8.10.2021 को ताडिका, सुबाहु-मारीच वध, अहिल्या उद्वार, गौरी पूजन का सफल एवं भव्य मंचन किया गया। द्वितीय दिवस की रामलीला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डा. गिरीश चन्द्र जोशी, विशिष्ट अतिथि नवीन बिष्ट भूतपूर्व सैनिक द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। अपने सम्बोधन में डा. गिरीश चन्द्र जोशी ने कहा कि रामलीला समिति कर्नाटक खोला जिस प्रकार महिलाओं/बालिकाओं को समाज की मुख्य धारा में जोडने आगे बढाने, रामलीला मंचन में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये निरन्तर प्रयास कर रही है वह पूरे उत्तराखण्ड में अति सराहनीय है। इसके लिये उनके द्वारा रामलीला समिति की प्रशंसा करते हुये उन्हें धन्यबाद प्रेषित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि आज के दौर में जनता जर्नादन को बुराईयों से दूर रहकर भगवान श्री राम के दिखाये मार्ग तथा आदर्शो पर चलने की आवश्यकता है। विशिष्ट अतिथि नवीन बिष्ट भूतपूर्व सैनिक ने वायु सेना दिवस के अवसर पर श्री रामलीला समिति द्वारा द्वितीय दिवस की लीला को भारतीय सेना के तीनों अंकों को समर्पित करने की इस पहल का जोरदार स्वागत एवं प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आज युवाओं को मादक पदार्थो से दूर रहकर राट्रहित एवं राष्ट्र निर्माण के लक्ष्य से देश की रक्षा एवं सेवा हेतु तत्पर रहना चाहिये तथा भारतीय सेना में शामिल होकर अपना महत्वपूर्ण योगदान सुनिश्चित करना चाहिये। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये वे श्री भुवनेश्वर महादेव मंदिर एवं रामलीला समिति कर्नाटक खोला के तत्वाधान में स्थानीय युवाओं एवं बालिकाओं के लिये माह नवम्बर से स्थानीय डाईट मैदान में शिविर का आयोजन करेंगे जिसमें शारीरिक दक्षता तथा सेना की नियमित प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारियां निःशुल्क करायेंगे। 

 समिति के संस्थापक/संरक्षक बिट्टू कर्नाटक ने दोनों अतिथियों का हार्दिक अभिनन्दन एवं स्वागत किया और कहा कि दोनों विभूतियों का सहयोग एवं मार्गदर्शन सदैव रामलीला समिति को सदैव मिलता रहा है। साथ ही उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि रामलीला समिति द्वारा भविष्य में भी रामलीला के अतिरिक्त अन्य सामाजिक तथा जन चेतना से सम्बन्धित कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते रहेंगे। ताकि युवाओं/महिलाओं को सही दिशा मिल सके व अपना उज्जवल भविष्य बनाने में सफल हो सकें। 

द्वितीय दिवस की लीला में विश्वामित्र-दशरथ संवाद, ताडिका प्रसंग, ताडिका वध, सुबाहु वध, मारीच व अहिल्या उद्वार, गौरी पूजन तक लीला का मंचन किया गया। राम की भूमिका में दिव्या पाटनी, सीता-किरन कोरंगा, लक्ष्मण शगुन त्यागी, विश्वामित्र अनिल रावत, दशरथ-मनीष तिवारी, ताडिका-दीपक गोस्वामी व दीप जोशी, अहिल्या-निधि रावत, गौरी-सोना तिवारी आदि ने अपने मन मोहक अभिनय से दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। 

नारी सशक्तीकरण तथा बेटियों को समाज में अग्रणी भूमिका दिलाने में सदैव तत्पर श्री भुवनेश्वर महादेव मंदिर एवं रामलीला समिति कर्नाटक खोला की विशेष पहल के अन्तर्गत द्वितीय दिवस के मंचन में एक अनूठा दृश्य देखने को मिला जब बालिकाओं द्वारा राक्षसों के किरदार निभाये गये जिसे आगामी तीन दिवसीय रामलीला का स्टेज रिर्हसल के रूप में देखा जा रहा है जो बालिकायें पूर्व में राम, लक्ष्मण, सीता, गौरी, अहिल्या, देवगण जैसे कई किरदार निभाते रही हैं उन्हें राक्षसों के किरदार में देखना दर्शकों के लिये आश्चर्यजनक व उत्सुकता का अनुभव रहा। प्रथम बार सुबाहु की भूमिका में हर्षिता तिवारी, मारीच-मिनाक्षी जोशी, राक्षस मंत्री अंजली राठौर,हिमांशी अधिकारी,मंजू गौड आदि ने मंच में नारी शक्ति का जोरदार प्रदर्शन किया और यह सन्देश दिया कि महिलायें किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से कम नहीं हैं।