पेटशाल में गुरूओं व छात्र/छात्राओं को सम्मानित कर उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरित किया पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने

विधानसभा क्षेत्र अल्मोड़ा के अन्तर्गत राजकीय इन्टर कालेज पेटशाल के शिक्षकों/कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहित किये जाने के लिये पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक द्वारा एक सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया। सम्मान समारोह में 80 शिक्षकों/कर्मचारियों, छात्राओं तथा अभिभावकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। श्री कर्नाटक द्वारा सभी का स्वागत,अभिनन्दन करते हुये उन्हें धन्यबाद दिया कि वे विद्यार्थियों के मनोबल को बढ़ाने हेतु सभा स्थल पर उपस्थित हुये। कर्नाटक द्वारा शिक्षकों/कर्मचारियों को अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह तथा छात्राओं को अंगवस्त्र भेंट कर प्रतीक चिन्ह व मेडल से सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में जो विद्यालय छूट गये हैं उन्हें चिन्हित कर इसी प्रकार कार्यक्रम आयोजित कर शिक्षकों/कर्मचारियों तथा छात्र/छात्राओं को प्रोत्साहित किये जाने हेतु सम्मानित किया जायेगा। 

कर्नाटक ने अपने सम्बोधन में छात्र/छात्राओं से कहा कि यह सम्मान कार्यक्रम विद्यार्थियों को प्रेरित करने तथा पढ़ाई के प्रति उनका मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि एक शिक्षक ईश्वर की तरह है क्योंकि ईश्वर पूरे ब्रम्हाण्ड का निर्माता होता है जबकि शिक्षक को एक अच्छे राष्ट्र का निर्माता माना जाता है। विद्यार्थियों के जीवन में शिक्षक एक ऐसा महत्वपूर्ण इंसान होता है जो अपने ज्ञान, धैर्य, अनुशासन, स्नेह, उचित देख-भाल व निःस्वार्थ भावना से उसके पूरे जीवन को एक मजबूत आकार देता है। विजय और सफलता पाने के लिये जीवन में शिक्षा को सबसे शक्तिशाली हथियार के रूप में माना जाता है। अपने देश के भविष्य के लिये नौनिहालों के जीवन को तराशने और उसे प्रगतिशील आकार देने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी और कार्य शिक्षक को दिया गया है। अतः अपने गुरूओं को आदर्श मानते हुये सदैव उनके गौरव को बढाने का कार्य करें तथा कठोर मेहनत कर अपने भविष्य को सुन्दर बनाने के साथ ही राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें।

उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों के चरित्र का निर्माण करने, उन्हें सही राह दिखाने और उनके भविष्य को सुनहरा बनाने के लिये एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, ताकि उन्हें अच्छी शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ आदर्श छात्र बनाया जा सके। विद्यार्थियों को गुरूजनों के इस त्याग व मेहनत के लिये सदैव सम्मान करना चाहिये तथा आलस्य व कुसंगति से दूर रहकर लक्ष्य निर्धारण के साथ परिश्रम से पढ़ना व अनुशासित, आत्मविश्वासी, परिश्रमी बनना चाहिये। उन्होंने विद्याथियों को हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने हेतु प्रेरित किया। कर्नाटक ने जोर देते हुये कहा कि विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक दक्षता के खेलों में प्रतिभाग करना चाहिये ताकि व्यायाम, खेलकूद, मनोरंजन के द्वारा वे अपने शरीर को तंदुरूस्त एवं स्वस्थ बना सकें। साथ ही उन्होने समाज में तेजी से फैल रहे नशे रूपी दानव से दूर रहने का भी आह्वान किया। 

प्रधानाचार्या ने अपने संवाद में कहा कि पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों/कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किये जाने के लिये विद्यालयों में जो सम्मान कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं वह सभी के लिये एक सीख है इसके लिये विद्यालय परिवार उनका हार्दिक अभिनन्दन एवं स्वागत करते हुये उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता है। उन्होंने कहा कि श्री कर्नाटक द्वारा विद्यार्थियों को जो ज्ञान रूपी प्रकाश की राह दिखाई है वे उस पर अमल करें और यदि प्रेरणा लेकर आगे बढें तो उनका भविष्य निश्चित ही सुन्दर एवं उज्जवल होगा। 

कर्नाटक ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे भुबन मटेला भूतपूर्व सैनिक का स्वागत, अभिनन्दन करते हुये उन्हें अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह से सम्मानित करते हुये कहा कि इन्होंने देश की रक्षा और नागरिकों की सुरक्षा के लिये अपना पूरा जीवन सेना को समर्पित किया और सेवानिवृत्त होने के बाद भी सामाजिक कार्यो में बढ़-चढ़ कर अपनी भागीदारी निभा रहे हैं जिसके लिये उनका कोटि-कोटि आभार एवं धन्यबाद। 

इस अवसर पर मुख्य रूप पूर्व ब्लाक प्रमुख हरीश सिंह बनौला, सेवानिवृत्त शिक्षाविद् जमन सिंह देवडी, गौरव काण्डपाल, देबेन्द्र प्रसाद कर्नाटक, हेम चन्द्र जोशी, प्रकाश मेहता, धीरज बिष्ट, रोहित बिष्ट, गौरव अवस्थी, रश्मि काण्डपाल, किरन कोरंगा, हर्षिता तिवारी, सीता रावत, आशा मेहता आदि उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का संचालन चित्रा खाती द्वारा किया गया।