बुलंदी ने बनाया काव्य पाठ का नया विश्व रिकार्ड पूरे किये 370 घंटे

विश्व के सबसे बड़े कवि सम्मेलन जिसमें लगातार 300 घंटे तक कवि काव्य पाठ करने का सफर सफलतापूर्वक पूरा ही नहीं किया अपितु इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाकर 370 घंटे का एक नया रिकॉर्ड भी दर्ज किया। बुलंदी की समस्त टीम ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपने-अपने कर्त्तव्यों का बख़ूबी निर्वहन किया। कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने के लिए कार्यक्रम को छः सेशनों में संचालित किया गया। जिसमें शेड्यूल तथा संचालन कार्य सुरभि खनेडा़, अक्षिता रावत, ममता नेगी, रिषभ कौरव, अनामिका चौकसे, अनामिका भट्ट, कशिश चौहान, नीलेश कुमार, अमिता गुप्ता, एकता गुप्ता, अभिषेक मिश्रा, मातृका बहुगुणा, विकल बहराइच, शोभा “समीक्षा”, सत्यार्थ दीक्षित, विपुला जैन , प्रतिक्षा पाण्डेय, नव्या गुप्ता , प्रमिला पाण्डेय जी ने किया, साथ ही टेक्निकल टीम में रिंकू निगम, हारून राशिद, नवीन आर्या, अभिषेक, रविकांत यादव, लेखिका जी ने अपना पूरा पूरा सहयोग किया और कार्यक्रम की देख रेख रूपरेखा व प्रचार प्रसार का कार्य घनश्याम, नेहा त्रिपाठी, शोभा”समीक्षा” ने किया।

इस कार्यक्रम में देश के ही नहीं अपितु विदेशों में रह रहे भारतीयों ने भी बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी दिखाई। कार्यक्रम में थाइलैड, कनाड़ा, मारीशस, आस्ट्रेलिया, कुवैत, सऊदी अरब, केलिफोर्निया, जकार्ता, इंडोनेशिया, पुर्तगाल, ओमान, बहरीच वाशिंगटन, दोहा, कतर, मास्को, रूस, जर्मनी, दुबई समेत 35 देशों से कविगण इस काव्य महायज्ञ 2290 हिन्दी कवि शामिल हुए। बुलंदी की समस्त टीम इस सफलता के लिए बधाई की पात्र है जिन्होने अपना अपना पूरा सहयोग दे कार्यक्रम को इस मुकाम तक पहुचाया। विवेक बादल बाजपुरी संस्थापक और पंकज शर्मा सरंक्षक की विशेष देख रेख, मागर्दशन और समस्त टीम के सहयोग से इस भव्य कार्यक्रम का सफर समापन हुआ। बादल ने बताया कि कार्यक्रम के समापन के उपरान्त वे अब कागजी कारवाई मे लग चुके है और निरंतर नवोदित कलमकारों को मंच देने के लिए अग्रसर रहेंगे साथ ही उन्होंने इस सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय वर्च्युअल कवि सम्मेलन प्रतिभाग करने वाले समस्त सहयोगियों प्रतिभागियों का हार्दिक आभार व धन्यवाद भी व्यक्त किया।