महिलाएं शिक्षित और आर्थिक रुप से सक्षम होंगी तो नहीं होगा भेदभाव

रानीखेत: रानीखेत क्लब में महिला उमंग उत्पादक संगठन की वार्षिक आम सभा का शुभारंभ राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने दीप जलाकर किया। मौके पर महिला उत्पादक समूहों को संबोधित करते हुए उन्होनें कहा कि महिलाएं ही पहाड़ की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। जिसको हर समय महिलाओं ने साबित करके भी दिखाया है। आज महिला समूहों के जरिए लगातार आत्मनिर्भर हो रही है। कई महिलाओं ने मिसाल कायम कर राज्य में ही नहीं देश में नाम रोशन किया है। पहाड़ में काम करने वालों के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं है। समूह बनाकर सिलाई बुनाई, मधुमक्खी पालन, फल उत्पादन, जैविक खेती, पशुपालन आदि स्वरोजगार कर सकते है। कई महिलाएं ऐपण, पिरुल, चीड़ के बकेट पर कार्य कर रही हैं। भांग के रेशों, बिच्छू घास से नए-नए उत्पाद तैयार हो रहे हैं। तकनीकी और बाजार सरकार दे रही है। अब तो आनलाइन शापिंग ने बाजार की दिक्कत भी दूर कर दी है। कई उद्यमी महिलाएं ऐसी है जो अपने उत्पादों को आनलाइन बेच रही है और अच्छा मुनाफा कमा रही है। हवालबाग स्थित रुरल बिजनेस इंक्यूबेटर आपको अपना उद्यम खड़ा करने में पूरा सहयोग कर रहा है। उसकी मदद आप लोग ले सकते है। आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने कहा कि अगर महिला को शिक्षित और आर्थिक रुप से समक्ष कर दिया जाए तो उनके साथ होने वाला भेदभाव खत्म हो जाएगा। वह स्वयं ही पुुरुषों से कंधा मिलाकर नहीं उनसे आगे निकल जाएंगी। इसलिए जहां भी मैं जाती हूं महिलाओं से शिक्षा पर जोर देती हूं। बेटियों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती हूं। आप भी किजीए।

कार्यकम में हिमालयन ग्रास रूट फाउंडेशन के संस्थापक अनीता पॉल, कल्याण पॉल, उद्यान अधिकारी बीएस बिष्ट, एसएसबी के डिप्टी कमांडर कमलेश जोशी सहित कई महिला समूहों की महिलाएं मौजूद थे।