आज दिनांक 21/7/2023 को सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला के नेतृत्व में लमगड़ा विकासखंड के ग्राम सभा के दुबरौली-ध्युली धौनी मोटर मार्ग के दर्जनों ग्रामीणों ने अधिशासी अभियंता सहित जिलाधिकारी अल्मोड़ा से 2016 जून से बन रहे 5 किमी0 के इस मोटर मार्ग जिसमे प्रथम चरण में मोटर मार्ग की कटिंग होनी है का आज जुलाई 2023 तक निर्माण कार्य न होने पर रोष व्यक्त करते हुए मोटर मार्ग के निर्माण की पुरजोर माँग करते हुए कहा कि यह मोटर मार्ग 2500-3000 ग्रामीणों को मुख्य मोटर मार्ग से जोड़ता है, तीन गावो को जोड़ने वाला यह मोटर मार्ग मोदी सरकार की आखिरी व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने वाला 5किमी0 का मोटर मार्ग लंबे समय 8 सालों से विकास की दौड़ में विभाग की घोर लापरवाही के कारण पीछे छूट गया है, उपरोक्त मोटर मार्ग का बजट स्वीकृत होने के बावजूद विभागीय उदासीनता का शिकार बना हुआ है, जिस कारण सरकार की विकास की नीति आम ग्रामीणों तक नही पहुँच पा रही है। ग्राम प्रधान गाविंद रौतेला, पंकज रौतेला, अमर सिंह, खष्टि देवी आदि ने बताया की उनकी ग्राम सभा दुग्ध उत्पादन में अग्रणी है किंतु मोटर मार्ग के अभाव में ग्रामीण नजदीकी बाजार लमगड़ा तक दूध नही बेच पाते है, जिससे इस ग्राम सभा सहित तीन अन्य गावों को सीधे हर माह दूध बेचकर होने वाली आमदनी में सीधा असर पड़ता है, गाँव के युवाओं का कहना है मोटर मार्ग के अभाव में युवा पलायन को मजबूर हो गया है।
विनय किरौला ने कहा की अनेको बार विभाग में मोटर मार्ग पूर्ण करने की माँग करने के बावजूद विभाग द्वारा केवल ग्रामीणों को कोरे आश्वाशन दिए गए है, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी के विकास को गाँव-गाँव तक पहुचाने के सपने को मोटर मार्ग समय पर न बना कर विभाग ठेंगा दिखाने काम कर रहा है, जो बिल्कुल बर्दाश्त नही किया जाएगा।
अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया है कि 30 दिसंबर 2023 तक उक्त मोटर मार्ग को पूरा कर दिया जाएगा।
विनय किरौला सहित ग्रामीणों ने विभाग को चेताया है कि यदि 30 दिसंबर तक मोटर मार्ग का कार्य पूरा नही किया गया, तो ग्रामीण धरना प्रदर्शन सहित अनसन करने को मजबूर हो जाएंगे, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी विभाग की होंगी।
ज्ञापन देने वालो में विनय किरौला, ग्राम प्रधान ध्यूली-रौतेला गोविंद रौतेला, पंकज रौतेला, अमर अधिकारी, चंदन बिष्ट, गोपाल अधिकारी, खष्टि देवी, नंदी देवी, हरीश अधिकारी, बहादुर रौतेला, हरीश अधिकारी, गोधन रौतेला आदि दर्जनों लोग शामिल थे।