भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में योगेश चंद्र की शानदार उपलब्धि: दीर्घकालिक अनवरत शोध के पश्चात हासिल की डॉक्टरेट की उच्च अकादमिक उपाधि

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बाजपुर के भौतिक विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात योगेश चन्द्र ने कुमाऊं विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उच्च अकादमिक उपाधि प्राप्त कर भौतिकी के क्षेत्र को सुरखंरू किया है।

कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल का 18वा दीक्षांत समारोह दिनांक 19 जनवरी 2024 को डीएस बी परिसर परिसर नैनीताल के ए एन हाल में संपन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, अति विशिष्ट अतिथि माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री माननीय धन सिंह रावत थे। इस शुभ अवसर पर समारोह की अध्यक्षता माननीय कुलपति कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल प्रोफेसर दीवान सिंह रावत ने की। इस दीक्षांत समारोह में योगेश चन्द्र को मिलाकर कुल 389 शोधार्थियों को शोध उपाधि प्रदान की गई।

योगेश चन्द्र ने भौतिकी के “कुछ सौर गतिविधि विशेषताओं के असममित और आवधिक व्यवहार का अध्ययन” विषय पर प्रो. डा. एस. पांडे के पर्यवेक्षण में सफलतापूर्वक शोध करने के पश्चात डॉक्टरेट की उच्च अकादमिक उपाधि हासिल की है। वर्तमान में वे जी. पी. जी. सी. बाजपुर के भौतिक विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। उनकी पत्नी श्रीमती ममता जोशी पंडा, उत्तराखंड पुलिस में अवर – निरीक्षक (एल आई यू) के तौर पर पदाग्रहित हैं। योगेश चन्द्र का यह शोध खगोल विज्ञान के क्षेत्र में विशेषत: सौर भौतिकी विषय पर केंद्रित रहा जिसमें उन्होने सौर ज्वालाएं, सौर कोरोना, सौर चुंबकत्व, सौर चक्र, सौर वातावरण, सौर अवलोकन, सौर चुंबकीय क्षेत्र, एवम सौर परिवर्तन शीलता पर गहनता से अध्ययन किया है। इसके साथ ही उनके दो शोध पत्र अंतराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं क्रमश: ‘एस्ट्रोफिजिक्स’ और ‘अप्लाइड इकोलॉजी एवम एनवायरनमेंटल साइंसेज’ में प्रकाशित हो चुके हैं। इस तैनाती से पहले वह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बागेश्वर एवम डीएसबी कैंपस नैनीताल के भौतिक विज्ञान विभाग में सहायक प्रध्यापक के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उनके पिता जी डॉ बालादत्त पंडा राजकीय इण्टर कॉलेज अल्मोड़ा में प्रवक्ता पद से 2014 में सेवानिवृत्त हो चुके हैं एवम माताजी श्रीमती सरस्वती पंडा गृहिणी हैं।

डॉ योगेश चन्द्र की इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर उनके माता – पिता, भार्या, शोध पर्यवेक्षक, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बाजपुर परिवार, भौतिक विज्ञान विभाग डीएसबी कैंपस नैनीताल, बड़े भाई श्री सुधाकर राकेश ( प्रवक्ता – गणित), बड़ी बहन श्रीमती सुमनलता मिश्रा पंडा, छोटे भाई श्री मंजुलेश्वर पंडा ( शोध प्रशिक्षु – आई. आई. टी. इंदौर) एवम अन्य सभी प्रियजनों ने अत्यंत प्रसन्नता जाहिर कर उनके अवश्यंभावी उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।