सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल भट्ट ने जागेश्वर में देवदार के वृक्षों के कटान का किया विरोध, सरकार को अपनी नीति में लाना होगा बदलाव अन्यथा देवदार बचाओ अभियान को होंगे बाध्य


सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल भट्ट ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि लगातार स्थानीय लोगों के द्वारा अवगत करवाया गया सरकारी मशीनरी द्वारा देवदार के हजारों पेड़ों को काटने की कवायत चल रही हैं नंबर लग रहे हैं और लंबे समय से जागेश्वर धाम में मास्टर प्लान लागू होगा और बहुत सी चीजे आधुनिकरण होगा ऐसी कवायत भी चल रही हैं। उन्होंने आगे कहा की अगर हमारी धरोहर संस्कृति को ज्यादातर नुकसान पहुंचा तो ऐसा आधुनिकरण धाम में करने की क्या जरूरत हैं हां ज़रूर पार्किंग व्यवस्था कुछ मूलभूत सुविधाएं की जानी चाइए लेकिन अगर हैरिटेज धरोहर को नुकसान पहुंचाया गया तो बहुत गलत परिणाम होंगे और देवदार का शास्त्रों के अनुसार भी बहुत ज्यादा महत्व हैं। 
जागेश्वर धाम का अपना महत्व हैं धार्मिक नगरी की अगर हैरिटेज को नुकसान किया तो बर्दास्त नही किया जाएगा। 
गोपाल भट्ट ने कहा हम अपनी धरोहर का कुछ चंद लोगो के राजनीतिक मनसा की वजह से ह्रास नहीं होने देंगे और इसके खिलाफ देवदार बचाओ अभियान शुरू करेंगे। गांव जाकर लोगो का समर्थन जुटाएंगे और पेड़ो का कटान नही होने देंगे। सरकार को अपनी नीतियों में बदलाव लाना होगा जिससे कम पेड़ों को नुकसान हो आधुनिकरण और व्यवस्थाओं में परिवर्तन भी समय की मांग हैं, धाम में पार्किंग, पानी, स्वास्थ्य, एटीएम जैसी मूलभूत सुविधाएं हो इसके अलावा हैरिटेज और वहा चल रही पौराणिक व्यवस्थाओं पर छेद छाड़ न किया जाए।