कर्मयोगी महापुरुष स्वर्गीय सोबन सिंह जीना जी की 116वीं जयंती पर विचारगोष्ठी का आयोजन कर किया स्मरण

आज 4 अगस्त को लक्ष्मण सिंह महर, परिसर के बीएड विभाग सभागार में सोबन सिंह जीना की 116 वीं जयंती के अवसर पर एक विचार संगोष्ठी आयोजित हुई। इस विचार संगोष्ठी का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्य अतिथि परिसर निदेशक डॉ हेम चंद्र पांडे ने किया।

रविवार को आयोजित जयंती कार्यक्रम में सर्वप्रथम दीप प्रज्ज्वलित कर स्व. जीना जी के चित्र पर पुष्पार्पण किया। इसके साथ ही बीएड प्रशिक्षुओं ने सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत की मनमोहक प्रस्तुति दी।

बीएड विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ भावना पाण्डे ने सोबन सिंह जीना के व्यक्तित्व और उनके योगदानों पर प्रकाश डाला एव रूपरेखा प्रस्तुत की। 

मुख्य अतिथि रूप में एलएमएस निदेशक डॉ हेम चन्द्र पांडे ने अपने वक्तव्य में महत्वपूर्ण आयोजन के लिए आयोजकों को अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि महापुरुष सोबन सिंह जीना जी एक महान व्यक्ति रहे हैं। उन्होंने अपने बहुआयामी व्यक्तित्व से क्षेत्र की समस्याओं का समाधान किया। उन्होंने कहा जीना जी ने अल्मोड़ा बारामण्डल को कर्मक्षेत्र चुना। उनका समाज के प्रति समर्पण देखने योग्य है। जब हम उनका अध्ययन करते हैं तो उनका विशाल और प्रेरणादायी व्यक्तित्व दिखाई देता है। उन्होंने वकालत के साथ सामाजिक जीवन को नहीं छोड़ा। उस समय उन्होंने शिक्षा की अलख जलाई जब यहां कोई भी शिक्षण संस्थान नहीं थे। उन्होंने अपने जीवन का हिस्सा समाज सुधार, शैक्षिक उन्नयन के लिए लगाया। साथ ही परिसर में नवागंतुक सहायक प्राध्यापकों से परिसर में विश्वविद्यालय के विकास के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने बीएड प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि नकारात्मकता से बचें और सकारात्मक रहकर अध्ययन करें। 

वहीं, सहायक प्राध्यापक डॉ बबीता ने कहा कि सोबन सिंह जीना छोटे से गांव सुनौली में साधारण कृषक परिवार में जन्मे थे। 1909 के दौर में तब सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक स्थितियां कैसी रही होंगी, ये आप आज अनुमान लगा सकते हैं। तब पर्वतीय क्षेत्र की स्थिति बहुत कठिन थी, ऐसे में उन्होंने हाईस्कूल, इंटर एवं उच्चशिक्षा ग्रहण कर वकालत की और पर्वतीय क्षेत्र की सेवा की। कार्यक्रम का संचालन बीएड प्रशिक्षु अमित जोशी व दीक्षा बिष्ट ने किया।

कार्यक्रम के समापन अवसर पर अर्जुन सिंह व प्रकाश चंद्र भट्ट ने परिसर निदेशक डॉ हेम चंद्र पांडे ने आभार जताया और कहा कि आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन के लिये परिसर निदेशक व प्रशासन अपना सहयोग बीएड विभाग पर बनाये रखेगा। उन्होंने कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों, आयोजक मंडल के सदस्यों का आभार जताया। 

इस अवसर पर बीएड विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ भावना पांडे, डॉ बबीता, डॉ कौशल किशोर बिजल्वाण, डॉ सुरेश मेहता, डॉ मनोज जोशी, अर्जुन सिंह बजेड़ा, प्रकाश चंद्र भट्ट और बीएड तृतीय सेमेस्टर के शिक्षक प्रशिक्षु मौजूद रहे।