आज दिनाँक 14 नवंबर को आर्यन छात्र संगठन ने अपना 19 वा स्थापना दिवस व बाल बनाया। आर्यन छात्र संगठन अल्मोड़ा के कार्यकर्ताओं ने मंगल दीप विद्यालय में जाकर बच्चों के साथ समय व्यतीत किया व धूम धाम से अपना स्थापना दिवस व बाल दिवस बनाया।
मंगल दीप विद्या मंदिर, जिसका अर्थ है “अच्छाई का दीप स्कूल”, एक विशेष बच्चों के लिए स्कूल है जिसकी स्थापना 1998 में उत्तराखंड के केंद्रीय हिमालय क्षेत्र के अल्मोड़ा नामक छोटे पहाड़ी नगर में की गई थी। यह स्कूल मानसिक रूप से विकलांग, श्रवण बाधित, ऑटिस्टिक या स्पास्टिक जैसे विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए एक आश्रय स्थल है, क्योंकि इस क्षेत्र में ऐसे बच्चों के लिए कोई सुविधाएं नहीं हैं, और पहले इन्हें आमतौर पर अपनी गरीब घरों में ही अकेला छोड़ दिया जाता था। नियमित स्कूल इन बच्चों के लिए व्यवहारिक नहीं होते, और इसलिए कुछ शिक्षाविदों द्वारा इन बच्चों के लिए एक विशेष स्कूल की आवश्यकता महसूस की गई। इस प्रकार, मंगल दीप विद्या मंदिर की स्थापना की गई।
यहाँ के बच्चे पढ़ाई व खेलो में काफ़ी आगे है और अन्य कार्य जैसे हाथों से कड़ाई बिनाई हाथों से बने खिलौने, मोमबत्ती, चॉक्लेट आदि सामग्री भी बनाते है।
आर्यन छात्र संगठन अल्मोड़ा के जिलाध्यक्ष उज्जवल जोशी ने कहा कि आर्यन छात्र संगठन उत्तराखंड को आज 19 साल पूरे हुए है और वर्तमान में हम प्रदेश के सबसे लोकप्रिय व गैर राजनीतिक संगठन है जो 11 जिलों में कार्यरत है।
शिक्षा के साथ समस्त सामाजिक मुद्दों की लड़ाई आर्यन छात्र संगठन साल भर प्रदेश में लड़ता है। आज स्थापना दिवस व बाल दिवस के उपलक्ष्य मे आर्यन छात्र संगठन अल्मोड़ा ने मंगल दीप विद्यालय में जाकर बच्चों के साथ धूम धाम से स्थापना दिवस मनाया। साथ ही इस विद्यालय के समस्त शिक्षकों को सलाम करते हुए उनका सम्मान किया।
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष उज्जवल जोशी, पूर्व छात्रसंघ महासचिव गौरव भंडारी, पंकज कनवाल, निशान्त पांडेय, साहिल कुमार, गोविंद कुमार, राहुल फुलारा, हेमंत मेहरा, हर्षित जीना, तरुण कांडपाल, माही बोरा, कनिष्का, विनय कनवाल, रजत बिष्ट, सागर आदि छात्र मौजूद रहे।