वरिष्ठ खिलाड़ी बिट्टू कर्नाटक के प्रयासों से अल्मोड़ा में प्रारम्भ हुआ युवाओं के लिए क्रिकेट कोचिंग का शिविर 


अल्मोड़ा-वरिष्ठ खिलाड़ी बिट्टू कर्नाटक के प्रयासों से मेहरा स्पोर्ट्स क्लब एवं राफा क्रिकेट एकेडमी के तत्वाधान में माडल फील्ड लोअर माल रोड अल्मोड़ा में युवाओं के लिए क्रिकेट कोचिंग का शिविर प्रारंभ हुआ है।जिसमें मुख्य रुप से मेहरा स्पोर्ट्स क्लब के कैलाश मेहरा, राफा क्रिकेट क्लब के रोहित शैली, हेम जोशी, मनीष वर्मा भूवन पालीवाल, प्रकाश मेहरा,उज्जवल जोशी सहित सैकड़ों युवाओं ने प्रतिभाग किया।

इस अवसर पर शिविर का शुभारम्भ करते हुए कर्नाटक ने कहा कि युवाओं को खेलों से जोड़ने के लिए वर्तमान में सभी जनप्रतिनिधियों को आवश्यकता है कि वे युवाओं को खेलों के संसाधन उपलब्ध करायें जिससे कि हर वर्ग का युवा खेलों से जुड़े सके। उन्होंने कहा कि क्रिकेट के क्षेत्र में उत्तराखण्ड के अनेक खिलाड़ियों ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। उत्तराखण्ड के युवाओं में वो ऊर्जा वो लगन है जिससे वे राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान दर्ज करा सकें। बस जरूरत है तो युवाओं को संसाधन उपलब्ध कराने की। उन्होनें कहा कि खेल और स्पोर्ट्स शारीरिक गतिविधि हैं जो प्रतियोगी स्वभाव के कौशल विकास में मदद करती हैं। आमतौर पर दो या अधिक समूह एक दूसरे के साथ मनोरंजन या इनाम प्राप्त करने के लिए एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हैं। महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, क्योंकि यह एक व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य, वित्तीय स्थिति को बढ़ावा देता है। यह नागरिकों के चरित्र और स्वास्थ्य के निर्माण के द्वारा राष्ट्र को मजबूती प्रदान करने में महान भूमिका निभाता है। खेल मनुष्य के कार्य करने के तरीकों में गति और सक्रियता लाता है। खेल के महत्व और भूमिका को किसी के भी द्वारा नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, यह वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण विषय है। लोग अपने व्यक्तिगत विकास के साथ ही पेशेवर विकास के लिए खेल गतिवधियों में शामिल हो सकते हैं। यह बालक और बालिकाओं दोनों के लिए अच्छे शरीर का निर्माण करने के लिए बहुत अच्छा है। यह लोगों को मानसिक रुप से सतर्क, शारीरिक रुप से सक्रिय और मजबूत बनाता है। खेल के दो सबसे अधिक महत्वपूर्ण लाभ अच्छा स्वास्थ्य और शान्त मस्तिष्क हैं। विद्यार्थी देश के युवा हैं और वे खेल गतिविधियों के द्वारा और अधिक लाभान्वित हो सकते हैं। वे और अधिक अनुशासित, स्वस्थ, सक्रिय, समयनिष्ठ हो सकते हैं और आसानी से व्यक्तिगत व पेशेवर जीवन में किसी भी कठिन स्थिति के साथ सामना कर सकते हैं। खेलों में नियमित रुप से शामिल होना आसानी से चिंता, तनाव और घबराहट से उबरने में मदद करता है। यह शरीर के अंगों के शारीरिक कार्यों को बेहतर बनाता है और इस तरह पूरे शरीर के कार्यों को सकारात्मक रुप से नियंत्रित करता है। यह शरीर के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है और इस प्रकार मन या दिमाग शांतिपूर्ण, तेज और बेहतर एकाग्रता के साथ सक्रिय रहता है। यह शरीर व मन की शक्ति और ऊर्जा का स्तर बढ़ा देता है।यह हर किसी को नीरस जीवन से एक अच्छा अन्तराल देता है। खेल उज्ज्वल पेशेवर कैरियर रखता है इसलिए इसमें रुचि रखने वाले युवाओं को चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं है और उन्हें तो केवल पूरी लगने के साथ अपनी इस रुचि को नियमित रखना है। यह टीम में सहयोग और टीम निर्माण की भावना के विकास के द्वारा सभी को टीम में कार्य करना सिखाता है। खेलों के प्रति अधिक झुकाव एक व्यक्ति और एक राष्ट्र दोनों को स्वस्थ और वित्तीय रुप से अधिक मजबूत बनाता है। इसलिए इसे अभिभावकों, शिक्षकों और देश की सरकार के द्वारा अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए। अधिक प्रसिद्ध खेल हस्तियों को रखने वाला राष्ट्र कम समय में बहुत आसानी से दुनिया भर में अपनापन प्राप्त कर लेता है। देश के युवाओं को प्रेरित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास की कोई जरूरत नहीं पड़ती है। वे बहुत आसानी से पहले से ही प्रसिद्ध खेल हस्तियों को देखकर प्रेरित होते रहते हैं। इस तरह के देश के युवाओं को खेल के क्षेत्र में कैरियर बनाने में अधिक मौके मिलते हैं। उच्च स्तरीय खिलाड़ी भी अपने देश के आगामी युवकों प्रोत्साहित करते हैं।

कर्नाटक ने कहा कि 6 माह के पश्चात इन युवाओं को और बेहतर कोचिंग देने के लिए भारत के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी को सात दिवसीय शिविर में लाकर उत्कृष्ट कोचिंग के गुणों से निखारा जाएगा, जिससे कि युवा आने वाले सालों में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। किंतु इसके लिए युवाओं को बुरी आदतों विशेष तौर पर नशे आदि से दूर रहना होगा जिससे वे अपने जीवन को सफलता के मार्ग में ले जा सकें।