किसानों का सहकारी समिति पर अनियमितताओं का आरोप

 

 

उत्तराखंड सरकार द्वारा किसानों का धान आजकल खरीदा जा रहा है। चोरगलिया में किसान सहकारी समिति लाखनमंडी में भी किसानों का धान खरीदा जा रहा है। किसानों का आरोप है कि सहकारी समिति द्वारा धान खरीद में काफी अनियमितता बरती जा रही है। किसानों का कहना है कि ऐसा सुनने में आ रहा है कि बड़े किसानों का घटिया धान जिसमें कूड़ा और गीला धान तथा तराई का भी धान खरीदा जा रहा है। छोटा और सीमांत किसान इसमें पिस रहा है और उनका अधिकांश धान साफ न होने का बहाना बनाकर वापस भेजा जा रहा है। कई दिनों बाद किसानों के धान खरीदने का नंबर आ रहा है और किसान ट्राली में धान भरकर सुबह से शाम तक क्रय केंद्र में खड़ा रहता है और उसका धान शाम को सहकारी समिति द्वारा न खरीदकर वापस भेजा जा रहा है। किसानों का कहना है कि हमारा धान साफ होने के बाबजूद भी नहीं खरीदा जा रहा है। किसान किराये की गाड़ी में धान ले जा रहे हैं और उन्हें किराया भी देना पड़ रहा है और धान भी नहीं खरीदा जा रहा। किसानों का आरोप है कि वो किसी भी बात पे समिति से अपने धान बिक्री के लिए बहस करता है तो उसे पुलिस का डर दिखाकर चुप करा दिया जाता है। कुछ किसानों का कहना है कि उनसे कमीशन तक की माँग की जा रही है। किसानों का प्रशाशन और सरकार से निवेदन किया जा रहा है कि मामले को संज्ञान में लेकर समिति द्वारा हो रही अनियमितताओं की जाँच करायी जाये और गरीब छोटे किसानों के हित में फैसले लिए जाएं।